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मेरठ में बढ़ रही ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

मेरठ में कोरोना महामारी के साथ ही ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के मरीज भी बढ़ने लगे हैं. जिले में अब तक 8 मरीज ब्लैक फंगस से ग्रसित हो चुके हैं.

ब्लैक फंगस के मरीज
ब्लैक फंगस के मरीज
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Published : May 14, 2021, 8:43 AM IST

मेरठ: कोविड के बीच ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) ने पश्चमी उत्तर प्रदेश में दस्तक देकर न सिर्फ आम जनता की चिंता बढ़ा दी है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कम्प मचा हुआ है. मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के मरीज लगातार मिलते जा रहे हैं. गुरुवार को 5 और नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. जिसके बाद यह संख्या बढ़कर 8 हो गई है. जानकारी के मुताबिक, चार मरीज न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि तीन मरीजों का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. वहीं बिजनौर निवासी एक मरीज में बीमारी की पुष्टि होने के बाद परिजन उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले गए. हैरत की बात ये है कि इनमें से कई मरीज कोरोना से भी पीड़ित हैं और स्वास्थ्य विभाग अंजान बना हुआ है.

कोरोना के बढ़ रहे मरीज

मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. यहां हर दिन एक हजार से ज्यादा नए लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, जबकि दर्जनों लोग दम तोड़ रहे हैं. गुरुवार शाम आई रिपोर्ट में 1093 नये मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है. शहर से लेकर गांव देहात तक कोरोना संक्रमण का कहर देखा जा रहा है. हर किसी को अपनी और अपनों की चिंता सताने लगी है.

जानकारी देते सीएमओ-
कोरोना के बीच ब्लैक फंगस की पुष्टि

कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस ने मेडिकल स्टाफ के साथ आम जनमानस की नींद उड़ा दी है. दिल्ली-महाराष्ट्र के बाद पश्चमी उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों में ब्लैक फंगस मरीजों को मौत के मुहाने पर ले जा रहा है. अकेले मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के 8 मरीज सामने आये हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पताओं में चल रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. 4 मरीज न्यूटिमा अस्पताल, 3 मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है. कोरोना संक्रमित होने के कारण उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. नये मामलों में एक मरीज मेरठ और दूसरा गाजियाबाद का बताया जा रहा है.

ऑपरेशन करने की तैयारी में मेडिकल स्टाफ

मेडिकल कॉलेज के कोविड 19 वार्ड प्रभारी डॉ. धीरज बालियान ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों की हालत गंभीर है. मेडिकल स्टाफ उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे मरीजों का एमआरआई कराया गया है. जल्द ही ब्लैक फंगस पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन भी किया जाएगा, ताकि उन्हें बचाया जा सके. उधर, ब्लैक फंगस के मरीज की जानकारी होने पर दूसरे कोविड मरीजों में भी खौफ हैं. हालांकि, डॉक्टर दूसरे मरीजों की सुरक्षा के लिए एहतियात बरत रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ में 2 करोड़ की स्मैक के साथ तस्कर गैंग का सरगना गिरफ्तार

ब्लैक फंगस के मरीज किस अस्पताल में निकले हैं, अभी हमारे संज्ञान में नहीं हैं. फंगल इंफेक्शन उन लोगों में फैलने की संभावना रहती है, जो लंबे समय से गंभीर बीमारियों ग्रस्त होते हैं. ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ नामक इस फंगस संक्रमण को सामान्य बोलचाल की भाषा में काला फंगस के नाम से भी जाना जाता है. नाक से शुरू होने वाला यह इन्फेक्शन आंखों और मस्तिष्क तक भी पहुंच जाता है. इतना ही नहीं, यह कैंसर की तरह जानलेवा भी हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों के चयन के लिए विशेष टीम गठित कर रहा है.

-डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ

मेरठ: कोविड के बीच ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) ने पश्चमी उत्तर प्रदेश में दस्तक देकर न सिर्फ आम जनता की चिंता बढ़ा दी है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कम्प मचा हुआ है. मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के मरीज लगातार मिलते जा रहे हैं. गुरुवार को 5 और नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. जिसके बाद यह संख्या बढ़कर 8 हो गई है. जानकारी के मुताबिक, चार मरीज न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि तीन मरीजों का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. वहीं बिजनौर निवासी एक मरीज में बीमारी की पुष्टि होने के बाद परिजन उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले गए. हैरत की बात ये है कि इनमें से कई मरीज कोरोना से भी पीड़ित हैं और स्वास्थ्य विभाग अंजान बना हुआ है.

कोरोना के बढ़ रहे मरीज

मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. यहां हर दिन एक हजार से ज्यादा नए लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, जबकि दर्जनों लोग दम तोड़ रहे हैं. गुरुवार शाम आई रिपोर्ट में 1093 नये मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है. शहर से लेकर गांव देहात तक कोरोना संक्रमण का कहर देखा जा रहा है. हर किसी को अपनी और अपनों की चिंता सताने लगी है.

जानकारी देते सीएमओ-
कोरोना के बीच ब्लैक फंगस की पुष्टि

कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस ने मेडिकल स्टाफ के साथ आम जनमानस की नींद उड़ा दी है. दिल्ली-महाराष्ट्र के बाद पश्चमी उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों में ब्लैक फंगस मरीजों को मौत के मुहाने पर ले जा रहा है. अकेले मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के 8 मरीज सामने आये हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पताओं में चल रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. 4 मरीज न्यूटिमा अस्पताल, 3 मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है. कोरोना संक्रमित होने के कारण उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. नये मामलों में एक मरीज मेरठ और दूसरा गाजियाबाद का बताया जा रहा है.

ऑपरेशन करने की तैयारी में मेडिकल स्टाफ

मेडिकल कॉलेज के कोविड 19 वार्ड प्रभारी डॉ. धीरज बालियान ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों की हालत गंभीर है. मेडिकल स्टाफ उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे मरीजों का एमआरआई कराया गया है. जल्द ही ब्लैक फंगस पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन भी किया जाएगा, ताकि उन्हें बचाया जा सके. उधर, ब्लैक फंगस के मरीज की जानकारी होने पर दूसरे कोविड मरीजों में भी खौफ हैं. हालांकि, डॉक्टर दूसरे मरीजों की सुरक्षा के लिए एहतियात बरत रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ में 2 करोड़ की स्मैक के साथ तस्कर गैंग का सरगना गिरफ्तार

ब्लैक फंगस के मरीज किस अस्पताल में निकले हैं, अभी हमारे संज्ञान में नहीं हैं. फंगल इंफेक्शन उन लोगों में फैलने की संभावना रहती है, जो लंबे समय से गंभीर बीमारियों ग्रस्त होते हैं. ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ नामक इस फंगस संक्रमण को सामान्य बोलचाल की भाषा में काला फंगस के नाम से भी जाना जाता है. नाक से शुरू होने वाला यह इन्फेक्शन आंखों और मस्तिष्क तक भी पहुंच जाता है. इतना ही नहीं, यह कैंसर की तरह जानलेवा भी हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों के चयन के लिए विशेष टीम गठित कर रहा है.

-डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ

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