मेरठ: जिले में शुक्रवार को बड़ा ही अजीब मामला सामने आया, सुबह बड़ी संख्या में किसान चाणक्यपुरी स्थित बीजेपी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के घर पहुंचे. जनता की अर्जी सुन रहे सांसद जनता पर ही खफा हो गए. इतना ही नहीं किसानों ने सांसद से जब अपनी परेशानी, उन्होंने किसानों से यहां तक कह दिया कि बेकार की धमकी न दें, जो सही लगे कर लेना. सांसद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को खरखौदा क्षेत्र के कई किसान चाणक्यपुरी स्थित भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल के आवास पर पहुंचे. इस दौरान किसानों को कोरोना का हवाला देते हुए सांसद के आवास के बाहर गेट पर ही रोक दिया गया. कुछ देर बाद सांसद राजेंद्र अग्रवाल बाहर गेट पर आए तो किसानों से उनका ज्ञापन मांगा.
सांसद को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों ने गंगा एक्सप्रेस-वे के नए एलाइनमेंट को लेकर अपनी शिकायत बताई. किसानों का बताया कि उनकी जमीन के बैमाना पर एक साल पहले रोक लगा दी गई थी. गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर उनके खेतों में चिह्न भी बना दिए गए थे. अब अचानक से गंगा एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट हाजीपुर से नया बना दिया गया. यह एलाइनमेंट किसानों को मंजूर नहीं है, इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को नुकसान होगा.
किसानों का आरोप है कि यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया है. किसानों ने ज्ञापन देते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट न बदले जाने की मांग की. बताया जा रहा है कि इस दौरान किसानों ने गन्ना भुगतान समेत अन्य मामलों में सांसद की ओर से पूर्व में दिये गए जवाब पर असंतोष जताया.
किसानों का कहना है कि गन्ना बकाया के मामले में सांसद ने कहा कि यह प्रदेश सरकार से जुड़ा मामला है, इस मामले में विधायक जानें. सांसद ने किसानों को यह तक कह दिया कि आपको जो उचित लगे वह करिए, लेकिन यहां बेकार की बात मत करिये.
वहीं दूसरी ओर किसानों के गंगा एक्सप्रेस-वे को लेकर दिये गए ज्ञापन मामले में सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखा है. सांसद ने पत्र में लिखा है कि एलाइमेंट बदले जाने के मामले में अनियमितता और भ्रष्टाचार की आशंका प्रतीत हो रही है, इसीलिए पूरे मामले की जांच कराकर निर्णय लिया जाए.