मेरठ : मेरठ के केएमसी हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में एक कर्मचारी अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहा है. वीडियो के वायरल होने के बाद इस पर संज्ञान लेते हुए, मेरठ डीएम के बालाजी ने एडीएम को जांच सौंपी है.
कर्मचारी ने अस्पताल पर प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप
वीडियो के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अपनी क्षमता से 4 गुना ज्यादा मरीजों को भर्ती किया गया. अस्पताल में ऑक्सीजन का अभाव था, जिसको लेकर अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन लेवल कम कर दिया, जिससे 12 से अधिक लोगों की मौत हो गई. कर्मचारी का कहना था- जब उसने लोगों को मरते देखा तो उसने ऑक्सीजन बढ़ा दी. तो इस पर अस्पताल के मालिक डॉ सुनील गुप्ता ने उसके साथ मारपीट और गाली गलौज की.
डीएम ने दिए जांच के आदेश
पीड़ित कर्मचारी ने डॉक्टर के दुर्व्यवहार और अस्पताल में ऑक्सीजन लेवल कम करने जैसे तमाम मामलों को लेकर एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. अब इस मामले में जिलाधिकारी मेरठ ने संज्ञान ले लिया है. मेरठ के डीएम के बालाजी की मानें तो इस वीडियो की जांच कराई जा रही है. साथ ही जो आरोप इस वीडियो में लगाए गए हैं, उसकी जांच के लिए एडिशनल सीएमओ एडीएम को जांच सौंपी गई है. अगर जांच में आरोप सही पाए गए तो आरोपी डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
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आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान केएमसी अस्पताल में एक साथ कई मरीजों के मौत का मामला सामने आया था. जिसके बाद प्रशासनिक अमले ने जांच भी की. जांच अधिकारी एसीएम के साथ भी दुर्व्यवहार की शिकायत सामने आई. लेकिन अब देखना है उनका प्रशासनिक अमला जांच कर पाएगा या फिर जांच ठंडे बस्ते में चली जाएगी.