मेरठः आईटीआई के एक छात्र ने खास तरह की डिवाइस ईजाद की है. जिसे होम ऑटोमेशन सिस्टम नाम दिया है. इसके जरिए एक ही जगह पर बैठकर घर, या दफ्तर के न सिर्फ बल्व बल्कि टीवी, फ्रीज से लेकर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को नियंत्रित किया जा सकेगा. वह भी मोबाइल फोन के माध्यम से. आईटीआई के स्टूडेंट ने इस सिस्टम को ऐसे बुजुर्ग और बीमार लोगों को ध्यान में रखकर बनाया है.
यूं तो मार्केट में अब तरह तरह के इलेक्ट्रॉनिक आइटम आ रहे हैं. तमाम तरह के गैजेट्स भी उपलब्ध हैं. लेकिन मेरठ के साकेत में स्थित राजकीय औद्योगिक एवं प्रशिक्षण संस्थान में अपने गुरुजनों की देखरेख में सचिन ने खास तरह का 'होम ऑटोमेशन सिस्टम' तैयार किया है. इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक ट्रेड से आईटीआई करने वाले स्टूडेंट सचिन का कहना है कि आईटीआई में गुरुजनों के मार्गदर्शन में सभी कुछ न कुछ अलग सीखने का प्रयास करते हैं.
आईटीआई के साथी स्टूडेंट्स ने किया सहयोग
सचिन ने बताया कि 'उसने सोचा कि क्यों न ऐसे लोगों के लिए कुछ ईजाद किया जाए जो कि उम्रदराज हैं. बीमारी या अन्य किसी समस्या से के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान में जाने पर तकलीफ महसूस करते हैं. बस इसके बाद से इस पर काम शुरू किया. फिर साथी छात्र छात्राओं की मदद से होम ऑटोमेशन सिस्टम तैयार कर लिया. इस डिवाइस को बनाने के लिए Arduino Nano, ब्लूटूथ व रिले का उपयोग किया गया है'. सचिन ने बताया कि जो पूरा सिस्टम उन्होंने तैयार किया है, उसे एंड्रॉयड मोबाइल फोन से कमांड देकर अपने मुताबिक संचालित किया जा सकता है.
डिवाइस की क्षमता बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयास
वहीं, आईटीआई में बतौर प्रशिक्षक नियुक्त मोनिका मित्तल ने बताया कि हालांकि अभी इस डिवाइस से 25 से 30 मीटर की दूरी तक किसी भी इलेक्ट्रिक उपकरण को कंट्रोल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि प्राचार्य के ऑफिस को तो इस डिवाइस के माध्यम से ही अब ऑपरेट भी किया जा रहा है. मोनिका मित्तल ने बताया कि इस पूरे प्रोजेक्ट को महज 1250 रुपये में तैयार किया गया है. आईटीआई के प्रिंसिपल इस प्रयोग से बेहद खुश हैं. कोशिश हो रही है कि इसे मार्केट तक पहुंचाया जाए. मोनिका मित्तल ने बताया कि मार्केट में उनके इस मॉडल से मिलते जुलते काफी डिवाइस हैं. जिनकी कीमत कम से कम 5000 रुपये या फिर उससे भी ज्यादा है. जबकि अगर आईटीआई को इस पर आगे कार्य करने का अवसर मिले तो इसकी कीमत 1250 से भी कम आ सकती है. इसके साथ ही इसे एक सम्मानजनक मार्जिन मनी रखकर बाजार से काफी कम दाम में जनता को उपलब्ध भी कराया जा सकता है.
प्रिंसिपल के ऑफिस को किया जा रहा संचालित
साकेत आईटीआई के कोर्डिनेटर कुलदीप कुमार ने बताया कि नोडल प्रधानाचार्य को यह डिवाइस इतनी अच्छी लगी कि उन्होंने अपने ऑफिस में लगवा लिया है. ताकि मोबाइल के माध्यम से ही उपकरण को बंद या चालू कर सकें. उन्होंने बताया कि अभी इस डिवाइस से 4 उपकरणों को ऑपरेट कर रहे हैं. इसे बढ़ाने के लिए भी कार्य जारी है.
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