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इंजीनियरिंग के छात्र ने बनाया 'सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस', नजदीक आने पर मारेगा करंट - मेरठ खबर

मेरठ में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने एक खास तरह का ब्रेसलेट तैयार किया है जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने में कारगर साबित हो सकता है. बीटेक के छात्र का दावा है कि इस ब्रेसलेट को पहनने से सोशल डिस्टेंसिंग का आसानी से पालन करवाया जा सकता है. दरअसल, इस ब्रेसलेट को पहनने वाले दो लोग जब भी करीब आने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें करंट का हल्का झटका लगेगा. देखिए स्पेशल रिपोर्ट...

मेरठ के इंजीनियरिंग के छात्र ने बनाया सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस.
मेरठ के इंजीनियरिंग के छात्र ने बनाया सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस.
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Published : May 17, 2021, 10:36 PM IST

मेरठ: एक ओर जहां केंद्र एवं राज्य सरकारें कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की रखने की अपील कर रही हैं. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कोई तैयार नहीं है. आये दिन न सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं संक्रमण से मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. कोरोना महामारी के बीच मेरठ से एक अच्छी खबर आई है. जहां इंजीनियर के छात्र ने ऐसी डिवाइस तैयार की है. जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह जाता है. यह डिवाइस हाथ मे पहनने वाले ब्रेसलेट की तरह है. जिसे हाथ में पहनने के बाद चाह कर भी कोई सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं कर पाता. जैसे ही डिवाइस पहने व्यक्ति एक-दूसरे के नजदीक आते हैं, तो यह ब्रेसलेट करंट के झटके देने लगता है. जिससे उसके होश उड़ जाते हैं और वह सोशल डिस्टेंस का पालन करने लगता है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

जानिए कैसे काम करती है डिवाइस
यह सब देखने और सुनने में आपको अट पटा जरूर लग रहा होगा, लेकिन हकीकत यही है. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के छात्र पुनीत उपाध्याय ने इस डिवाइस को बनाया है. पुनीत का दावा है कि इस डिवाइस के पहनने के बाद आदमी खुद ही एक दूसरे से दूरी बनाए रखेगा. क्योंकि अगर इसे पहनने के बाद नजदीक आएगा तो करंट का झटके उसको दूर होने पर मजबूर कर देंगे. पुनीत अब इस डिवाइस को पेटेंट कराने की सोच रहे हैं. पुनीत का कहना है कि इस ब्रेसलेट को जो भी एक बार पहन लेगा वो कोई और गलती तो कर सकता है, लेकिन चाह कर भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं करेगा.

सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस
सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस.

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती है ये डिवाइस
आपको बता दें कि पुनीत उपाध्याय मेरठ के निजी कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिकस एवं कम्युनिकेशन इंजियिरिंग में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है. पुनीत ने बताया कि कोरोना महामारी के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. जिससे कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे देखकर पुनीत ने सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस बनाने का मन बनाया और सोशल डिस्टेंसिंग इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस तैयार कर दी. यह डिवाइस देखने मे ब्रेसलेट की तरह है. इसे पहन कर तीन मीटर तक की सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहती है.

इसे भी पढ़ें-100 साल की 'अम्मा जी' ने दी कोरोना को मात, घरवाले बोले हैप्पी बर्थडे

ETV भारत पर दिखाया डेमो
पुनीत का कहना है कि जिस तरह पुलिस जबरन लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग करा रही है, लेकिन यह डिवाइस बिना पुलिस के ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बखूबी करा सकती है. ETV भारत ने इस डिवाइस का ट्रायल कराया और जानने की कोशिश की कि यह डिवाइस कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती है. पुनीत और उसके साथी ने डिवाइस को अपनी कलाई पर बांध कर डेमो दिखाया तो हम भी दौरान रह गए. डिवाइस पहने दोनों युवकों को एक दूसरे के पास आते ही करंट के झटके लग रहे हैं.

इंजीनियरिंग छात्र पुनीत उपाध्याय
इंजीनियरिंग छात्र पुनीत उपाध्याय

पेटेंट कराने के लिए सरकार की अपील
पुनीत ने बताया कि यह डिवाइस करंट के ऐसे झटके देती है कि मानो हाथों पर डंडे मारे जा रहे हो. पुनीत के मुताबिक डिवाइस पहन कर कोई व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करता है, तो यह स्वत: ही एक्टिवेट हो जाता है और 0.3 सेंकड में ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है. जिससे वह व्यक्ति खुद एक दूसरे से दूर होने को मजबूर हो जाता है. पुनीत का दावा है यदि इस डिवाइस को सरकार या कोई कंपनी पेटेंट करती है, तो इसे बेहतरीन तरीके से बनाया जा सकता है. कंपनी के जरिए इस डिवाइस को छोटे आकार में बनाकर सस्ती दरों पर लोगों को मुहैया कराई जा सकता है. पुनीत के मुताबिक इस डिवाइस को बनाने में केवल 230 रूपये खर्च हुए है और बड़े स्तर पर बनाने में इससे भी सस्ती बन सकती है.

मेरठ: एक ओर जहां केंद्र एवं राज्य सरकारें कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की रखने की अपील कर रही हैं. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कोई तैयार नहीं है. आये दिन न सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं संक्रमण से मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. कोरोना महामारी के बीच मेरठ से एक अच्छी खबर आई है. जहां इंजीनियर के छात्र ने ऐसी डिवाइस तैयार की है. जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह जाता है. यह डिवाइस हाथ मे पहनने वाले ब्रेसलेट की तरह है. जिसे हाथ में पहनने के बाद चाह कर भी कोई सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं कर पाता. जैसे ही डिवाइस पहने व्यक्ति एक-दूसरे के नजदीक आते हैं, तो यह ब्रेसलेट करंट के झटके देने लगता है. जिससे उसके होश उड़ जाते हैं और वह सोशल डिस्टेंस का पालन करने लगता है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

जानिए कैसे काम करती है डिवाइस
यह सब देखने और सुनने में आपको अट पटा जरूर लग रहा होगा, लेकिन हकीकत यही है. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के छात्र पुनीत उपाध्याय ने इस डिवाइस को बनाया है. पुनीत का दावा है कि इस डिवाइस के पहनने के बाद आदमी खुद ही एक दूसरे से दूरी बनाए रखेगा. क्योंकि अगर इसे पहनने के बाद नजदीक आएगा तो करंट का झटके उसको दूर होने पर मजबूर कर देंगे. पुनीत अब इस डिवाइस को पेटेंट कराने की सोच रहे हैं. पुनीत का कहना है कि इस ब्रेसलेट को जो भी एक बार पहन लेगा वो कोई और गलती तो कर सकता है, लेकिन चाह कर भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं करेगा.

सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस
सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस.

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती है ये डिवाइस
आपको बता दें कि पुनीत उपाध्याय मेरठ के निजी कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिकस एवं कम्युनिकेशन इंजियिरिंग में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है. पुनीत ने बताया कि कोरोना महामारी के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. जिससे कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे देखकर पुनीत ने सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस बनाने का मन बनाया और सोशल डिस्टेंसिंग इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस तैयार कर दी. यह डिवाइस देखने मे ब्रेसलेट की तरह है. इसे पहन कर तीन मीटर तक की सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहती है.

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ETV भारत पर दिखाया डेमो
पुनीत का कहना है कि जिस तरह पुलिस जबरन लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग करा रही है, लेकिन यह डिवाइस बिना पुलिस के ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बखूबी करा सकती है. ETV भारत ने इस डिवाइस का ट्रायल कराया और जानने की कोशिश की कि यह डिवाइस कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती है. पुनीत और उसके साथी ने डिवाइस को अपनी कलाई पर बांध कर डेमो दिखाया तो हम भी दौरान रह गए. डिवाइस पहने दोनों युवकों को एक दूसरे के पास आते ही करंट के झटके लग रहे हैं.

इंजीनियरिंग छात्र पुनीत उपाध्याय
इंजीनियरिंग छात्र पुनीत उपाध्याय

पेटेंट कराने के लिए सरकार की अपील
पुनीत ने बताया कि यह डिवाइस करंट के ऐसे झटके देती है कि मानो हाथों पर डंडे मारे जा रहे हो. पुनीत के मुताबिक डिवाइस पहन कर कोई व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करता है, तो यह स्वत: ही एक्टिवेट हो जाता है और 0.3 सेंकड में ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है. जिससे वह व्यक्ति खुद एक दूसरे से दूर होने को मजबूर हो जाता है. पुनीत का दावा है यदि इस डिवाइस को सरकार या कोई कंपनी पेटेंट करती है, तो इसे बेहतरीन तरीके से बनाया जा सकता है. कंपनी के जरिए इस डिवाइस को छोटे आकार में बनाकर सस्ती दरों पर लोगों को मुहैया कराई जा सकता है. पुनीत के मुताबिक इस डिवाइस को बनाने में केवल 230 रूपये खर्च हुए है और बड़े स्तर पर बनाने में इससे भी सस्ती बन सकती है.

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