मेरठ : वेस्टर्न यूपी के गोवंशों में लंपी बीमारी ने पैर पसार लिए हैं. मेरठ की कई गौशालाओं में 200 गोवंशों में लंपी से संक्रमण की पुष्टि हुई है. इन पशुओं को गो आश्रय स्थलों में अलग से वॉर्ड बनाकर क्वॉरंटीन किया गया है. आईवीआरआई बरेली में इस संक्रमण की रोकथाम के लिए वैक्सीन तैयार की जा रही है.
यूपी में इन दिनों पशुओं में तेजी से लंपी बीमारी बीमारी फैल रही है. इस बीमारी में पशुओं के शरीर पर शुरुआत में चकत्ते बनते हैं, साथ ही उन्हें बुखार भी होता है. धीरे -धीरे शरीर पर बन रहे चकत्ते फोड़े में तब्दील हो जाते हैं और उससे मवाद निकलता है. उचित देखरेख न होने पर यह बीमारी पशुओं की जान ले लेती है. गौरतलब है कि पश्चिमी यूपी में बड़ी तादाद में किसान पशुपालन करते हैं. जानकारी के अनुसार, मेरठ जिले की खासतौर से दौराला, सरधना और सकौती इलाके में बने गौआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों को लंपी वायरस अपनी चपेट में ले रहा है. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश गर्ग का कहना है कि संक्रमित गायों को अलग रखने की व्यवस्था की गई है. गायों को क्वारंटीन किया जा रहा है.
मेरठ में जिला प्रशासन के स्तर से करीब 24 गौशाला संचालित हैं और इनमें लगभग छह हजार गोवंश संरक्षित हैं. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्थित को काबू करने को हर मुमकिन कोशिशें की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि एक कंट्रोल रुम की स्थापना भी शीघ्र की जाएगी. जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा. जागरूकता के लिए पशुपालन विभाग की टीमें अलग अलग जगहों पर पहुंच रही हैं. बता दें कि पशुओं पर जो जुएं या चिचड़ी या अन्य जन्तु होते हैं, उससे वे संक्रमित हो रहे हैं. इससे बचाव को IVRI बरेली में वैक्सीन भी तैयार की जा रही है. जिसके बाद पशुओं का वैक्सीनेशन किया जाएगा. डॉ अखिलेश गर्ग ने लोगों से दूध को उबालकर पीने की सलाह दी है.
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