मेरठ: अखिल भारत हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की मूर्ति के साथ नाना आप्टे की मूर्ति भी लगाने की घोषणा की है. 27 इसके अलावा हिंदू महासभा ने साध्वी प्रज्ञा को समर्थन देते हुए कहा है. यदि उन्हें भाजपा पार्टी से निकालती है तो महासभा में उनका स्वागत है.
अखिल भारत हिंदू महासभा ने जिले में नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाने की घोषणा की थी, हालांकि मंदिर निर्माण से पहले ही उस पर रोक लगा दी गई थी. अखिल भारत महासभा के कार्यालय में नाथूराम गोडसे की मूर्ति आज भी मौजूद है. 27 दिसंबर को नाथूराम गोडसे की मूर्ति के साथ नाना आपटे और महंत दिग्विजय नाथ की मूर्ति स्थापना के लिए भूमि पूजन किया जाएगा. 30 जनवरी को मूर्ति की स्थापना की जाएगी.
शनिवार को प्रेसवार्ता के दौरान हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे के बयान पर कहा कि जिस तरह से कांग्रेस और अन्य दल साध्वी प्रज्ञा के बयान का विरोध कर रहे हैं, उसके चलते यदि भाजपा उन्हें पार्टी से निकालती है तो महासभा में उनका स्वागत है.
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वहीं, साध्वी प्रज्ञा को लेकर राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान को लेकर उन्होंने राहुल गांधी पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता तो सत्ता के लिए वह महाराष्ट्र में शिवसेना को अपना समर्थन नहीं देते. शिवसेना वही पार्टी है जो नाथूराम गोडसे को अपनी प्रेरणा मानती है.'
इसके अलावा जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल ने कहा जो लोग साध्वी प्रज्ञा को जिंदा जलाने की बात कहते हैं. वह कहीं न कहीं नाथूराम गोडसे की विचारधारा से प्रेरित हैं, क्योंकि गांधीवाद में इस तरह की बात नहीं की जा सकती. अखिल भारत हिंदू महासभा दुनिया के उन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों से पत्र लिखकर पूछेगी कि उनके यहां गांधी की मूर्ति लगी है तो किस भावना से प्रेरित होकर लगवाई है.