मेरठ: जिले में 18 मई को जिस युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था, उसकी हत्या खुद उसकी बहन ने अपने प्रेमी से करवाई थी. शनिवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश किया. आरोपी बहन और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले मामले में गाजियाबाद निवासी चार निर्दोष लोगों के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवा दिया गया था.
जानिए क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि थाना खरखौदा इलाके के गांव हाजीपुर से 13 मई को आमीन नाम का युवक लापता हो गया था. परिजनों ने थाने में तहरीर देकर युवक की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. पुलिस ने लापता युवक की तलाश की तो 18 मई को उसका शव बरामद हुआ था. आमीन का शव मिलने के बाद मृतक आमीन के पिता बख्सी नर ने 19 मई को थाने में दूसरी तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. बख्शी ने अपने बेटे की हत्या का आरोप गाजियाबाद निवासी चार लोगों पर लगाया था. पुलिस चारों युवकों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी. जांच अधिकारी ने मामले की गहराई से जांच की तो हत्याकांड का न सिर्फ खुलासा होता चला गया बल्कि बहन की कारगुजारी से भी पर्दा उठ गया.
बहन के प्रेम सबंधों के विरोध की मिली सजा
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतक आमीन की बहन मोहसिना का प्रेम संबध सारिक नाम के युवक से चल रहा है, लेकिन आमीन को मोहसिना का प्रेम प्रसंग नागवार गुजर रहा था. उसके प्रेम संबंधों को लेकर कई बार घर में झगड़ा भी हो चुका था. इसके चलते आमीन अपने माता-पिता और बहन के साथ मारपीट भी करता रहता था. बहन भी अपने प्रेम संबंधों पर अडिग थी. बहन मोहसिना ने प्रेमी के साथ मिलकर प्रेम संबंधों में रोड़ा बने भाई को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. मोहसिना के प्रेमी सारिक ने आमीन को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए मिट्टी में दबा दिया.
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निर्दोष युवकों पर हत्या का लगाया झूठा आरोप
पुलिस को गुमराह करने के लिए चार निर्दोष युवकों पर झूठा मुकदमा लिखवा दिया था, जबकि पुलिस के शक की सुई गांव में ही घूम रही थी. पुलिस असली कातिल को गांव में ढूढते हुए मोहसिना तक पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने मोहसिना और उसके प्रेमी सारिक को गिरफ्तार कर कत्ल में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.