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अलादीन के जादुई चिराग के नाम पर डॉक्टर से ढाई करोड़ की ठगी - मेरठ में जादुई चिराग के नाम पर ठगी

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक डॉक्टर के पास सूफी संत बनकर आए ठगों ने डॉक्टर से करोड़ों की ठगी की है. पीड़ित ने बताया कि ठग उसके साथ दो साल से ठगी कर रहे थे. हालांकि पुलिस ने इस मामले में लाखों की ठगी होना ही बताया है.

जादुई चिराग
जादुई चिराग
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Published : Oct 26, 2020, 10:10 PM IST

Updated : Oct 27, 2020, 12:13 AM IST

मेरठ: जिले में डॉक्टर से करोड़ों की ठगी का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. डॉक्टर के पास सूफी संत बनकर आए ठगों ने न सिर्फ डॉक्टर को परिवार की मौत होने का खौफ दिखाया, बल्कि अलादीन के जादुई चिराग के नाम पर 32 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया. हालांकि, ठगों ने दो साल में डॉक्टर से कुल ढाई करोड़ रुपये ठग लिए. ठगी का शिकार हुए डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर दो ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि उनकी महिला साथी फरार चल रही है.

जानकारी देते पीड़ित.

जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए दोनों अभियुक्त अपनी मां का इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास आए थे. अभियुक्तों ने डॉक्टर के परिवार पर मौत का साया होना बताकर झाड़-फूंक के बहाने घर में प्रवेश कर लिया. इसके बाद अभियुक्तों ने डॉक्टर को पीली धातु का जादुई चिराग देकर 32 लाख रुपये ठग लिए.

महिला के इलाज के बहाने डॉक्टर के पास आए थे
पीड़ित डॉक्टर लईक अहमद खान के मुताबिक करीब दो साल पहले इकरामुद्दीन अपनी मां के इलाज के लिए उनके पास आए थे. उन्होंने डॉक्टर लईक पर भरोसा जताते हुए सस्ते इलाज की बात कही थी. डॉक्टर लईक ने उनकी माली हालत देखकर कम पैसों में इलाज शुरू कर दिया. इतना ही नहीं मरीज की गंभीर हालत के चलते घर जाकर उसकी मरहम पट्टी भी की. इस दौरान इकरामुद्दीन और उसकी मां ने डॉक्टर को अपने झांसे में फंसा लिया. इसके बाद डॉक्टर ने भी अपने घर-परिवार की सारी बातें उनके सामने साझा करनी शुरू कर दी. वह उनसे इतने घुल मिल गए कि एक-दूसरे की सलाह तक लेने लग गए, लेकिन डॉक्टर ने यह कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस पर वह इतना विश्वास कर रहे हैं, उसकी नजर डॉक्टर की कमाई पर टिकी हुई है.

परिवार पर मौत का साया होना बताकर की ठगी
डॉक्टर लईक अहमद ने बताया कि कुछ दिन बाद ही महिला और इकरामुद्दीन ने डॉक्टर के घर-परिवार पर मौत का साया होना बताकर उन्हें इतना डरा दिया कि डॉक्टर उनके कहने पर सूफी संतों का सहारा लेने लगे. ये सूफी संत कोई और नहीं बल्कि खुद इकरामुद्दीन और अनीस ही बन गए. इसके बाद दोनों ने पढ़े-लिखे डिग्रीधारी डॉक्टर की बुद्धि पर पर्दा डालकर ठगना शुरू कर दिया. डॉक्टर भी परिवार की मौत होने के डर से इतना डर गया कि अपनी जिंदगी भर की कमाई दांव पर लगा दी. डॉ. लईक न सिर्फ सूफी संतों के चक्कर काटने लगे, बल्कि उन्हें अपने घर पर भी बुला लिया. डेढ़ साल से सूफी के भेष में इकरामुद्दीन और अनीस ने ठगना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं प्रसाद के बहाने मिठाई में नशीला पदार्थ खिलाकर सूफी संत बने ठगों ने डॉक्टर को अपने वश में कर लिया. इसके बाद जो ठग बोलते, वही डॉक्टर करते थे.

डॉक्टर लईक अहमद खां ने बताया कि इसी बीच उनका बेटा बीमार हो गया. झाड़फूंक के नाम पर इकरामुद्दीन और उसके साले अनीस ने मिलकर उनके साथ ठगी करनी शुरू कर दी. बेटे की मौत का खौफ दिखाकर कभी 20 लाख तो कभी 30 लाख रुपये ले लिए. पीड़ित डॉक्टर के मुताबिक ठग 100 रुपये की खुशबूदार शीशी को 20-25 लाख रुपये की बताते थे, लेकिन बेटे और अमीर बनने की चाह में डॉक्टर साहब अपनी जिंदगी भर की कमाई ठगों को दे बैठे.

अलादीन का जादुई चिराग देकर ठगे 32 लाख
करीब दो महीने पहले ठगों ने डॉक्टर लईक अहमद को पीली धातु से बना एक चिराग, एक जादुई पत्थर बताकर उसके साथ लकड़ी की खड़ाऊ भी थमा दी. इसकी कीमत ठगों ने डेढ़ करोड़ रुपये बताई. पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि ठगों ने झांसे में फंसाकर उनसे 32 लाख रुपये ठग लिए. इतना ही नहीं चिराग से निकलने वाले जिन्न के जरिये मौत का साया खत्म होने के साथ धन वर्षा होने का दावा किया. ठगों के झांसे में आकर डॉक्टर ने जिंदगी भर की कमाई ठगों को सौंप दी. डॉक्टर से रुपये लेने के बाद ठग फरार हो गए.

डॉक्टर लईक अहमद ने बताया कि ठगों ने झाड़ फूंक कर नकली अलादीन को भी बुला लिया, जिससे डॉक्टर को जादुई चिराग पर भरोसा हो गया. ठगों के जाने के बाद डॉक्टर ने चिराग से जादू करना चाहा तो उसके होश उड़ गए. जब डॉक्टर को अपने साथ लाखों की ठगी होने का पता चला तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई. डॉक्टर ने जानकारों को चिराग दिखाया तो उन्होंने चिराग को पीतल का बताया. इसके बाद डॉक्टर ने आनन-फानन में थाना ब्रह्मपुरी में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने उनके पास से ठगी किए गए 20 हजार रुपये भी बरामद किए हैं.

आरोपी गिरफ्तार
पीड़ित डॉक्टर मीडिया से बातचीत में दो साल तक ढाई करोड़ की ठगी होना बता रहे हैं. वहीं पुलिस लाखों की ठगी बताकर पल्ला झाड़ रही है. सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने इस बारे में बताया कि डॉक्टर के साथ झाड़-फूंक के नाम पर ठगी हुई है. शिकायत मिलने पर दोनों ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि एक महिला फरार चल रही है. पुलिस ने जादुई चिराग, पत्थर और खड़ाऊ के साथ ठगी के 20 हजार रुपये बरामद करने का दावा किया है.

मेरठ: जिले में डॉक्टर से करोड़ों की ठगी का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. डॉक्टर के पास सूफी संत बनकर आए ठगों ने न सिर्फ डॉक्टर को परिवार की मौत होने का खौफ दिखाया, बल्कि अलादीन के जादुई चिराग के नाम पर 32 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया. हालांकि, ठगों ने दो साल में डॉक्टर से कुल ढाई करोड़ रुपये ठग लिए. ठगी का शिकार हुए डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर दो ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि उनकी महिला साथी फरार चल रही है.

जानकारी देते पीड़ित.

जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए दोनों अभियुक्त अपनी मां का इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास आए थे. अभियुक्तों ने डॉक्टर के परिवार पर मौत का साया होना बताकर झाड़-फूंक के बहाने घर में प्रवेश कर लिया. इसके बाद अभियुक्तों ने डॉक्टर को पीली धातु का जादुई चिराग देकर 32 लाख रुपये ठग लिए.

महिला के इलाज के बहाने डॉक्टर के पास आए थे
पीड़ित डॉक्टर लईक अहमद खान के मुताबिक करीब दो साल पहले इकरामुद्दीन अपनी मां के इलाज के लिए उनके पास आए थे. उन्होंने डॉक्टर लईक पर भरोसा जताते हुए सस्ते इलाज की बात कही थी. डॉक्टर लईक ने उनकी माली हालत देखकर कम पैसों में इलाज शुरू कर दिया. इतना ही नहीं मरीज की गंभीर हालत के चलते घर जाकर उसकी मरहम पट्टी भी की. इस दौरान इकरामुद्दीन और उसकी मां ने डॉक्टर को अपने झांसे में फंसा लिया. इसके बाद डॉक्टर ने भी अपने घर-परिवार की सारी बातें उनके सामने साझा करनी शुरू कर दी. वह उनसे इतने घुल मिल गए कि एक-दूसरे की सलाह तक लेने लग गए, लेकिन डॉक्टर ने यह कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस पर वह इतना विश्वास कर रहे हैं, उसकी नजर डॉक्टर की कमाई पर टिकी हुई है.

परिवार पर मौत का साया होना बताकर की ठगी
डॉक्टर लईक अहमद ने बताया कि कुछ दिन बाद ही महिला और इकरामुद्दीन ने डॉक्टर के घर-परिवार पर मौत का साया होना बताकर उन्हें इतना डरा दिया कि डॉक्टर उनके कहने पर सूफी संतों का सहारा लेने लगे. ये सूफी संत कोई और नहीं बल्कि खुद इकरामुद्दीन और अनीस ही बन गए. इसके बाद दोनों ने पढ़े-लिखे डिग्रीधारी डॉक्टर की बुद्धि पर पर्दा डालकर ठगना शुरू कर दिया. डॉक्टर भी परिवार की मौत होने के डर से इतना डर गया कि अपनी जिंदगी भर की कमाई दांव पर लगा दी. डॉ. लईक न सिर्फ सूफी संतों के चक्कर काटने लगे, बल्कि उन्हें अपने घर पर भी बुला लिया. डेढ़ साल से सूफी के भेष में इकरामुद्दीन और अनीस ने ठगना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं प्रसाद के बहाने मिठाई में नशीला पदार्थ खिलाकर सूफी संत बने ठगों ने डॉक्टर को अपने वश में कर लिया. इसके बाद जो ठग बोलते, वही डॉक्टर करते थे.

डॉक्टर लईक अहमद खां ने बताया कि इसी बीच उनका बेटा बीमार हो गया. झाड़फूंक के नाम पर इकरामुद्दीन और उसके साले अनीस ने मिलकर उनके साथ ठगी करनी शुरू कर दी. बेटे की मौत का खौफ दिखाकर कभी 20 लाख तो कभी 30 लाख रुपये ले लिए. पीड़ित डॉक्टर के मुताबिक ठग 100 रुपये की खुशबूदार शीशी को 20-25 लाख रुपये की बताते थे, लेकिन बेटे और अमीर बनने की चाह में डॉक्टर साहब अपनी जिंदगी भर की कमाई ठगों को दे बैठे.

अलादीन का जादुई चिराग देकर ठगे 32 लाख
करीब दो महीने पहले ठगों ने डॉक्टर लईक अहमद को पीली धातु से बना एक चिराग, एक जादुई पत्थर बताकर उसके साथ लकड़ी की खड़ाऊ भी थमा दी. इसकी कीमत ठगों ने डेढ़ करोड़ रुपये बताई. पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि ठगों ने झांसे में फंसाकर उनसे 32 लाख रुपये ठग लिए. इतना ही नहीं चिराग से निकलने वाले जिन्न के जरिये मौत का साया खत्म होने के साथ धन वर्षा होने का दावा किया. ठगों के झांसे में आकर डॉक्टर ने जिंदगी भर की कमाई ठगों को सौंप दी. डॉक्टर से रुपये लेने के बाद ठग फरार हो गए.

डॉक्टर लईक अहमद ने बताया कि ठगों ने झाड़ फूंक कर नकली अलादीन को भी बुला लिया, जिससे डॉक्टर को जादुई चिराग पर भरोसा हो गया. ठगों के जाने के बाद डॉक्टर ने चिराग से जादू करना चाहा तो उसके होश उड़ गए. जब डॉक्टर को अपने साथ लाखों की ठगी होने का पता चला तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई. डॉक्टर ने जानकारों को चिराग दिखाया तो उन्होंने चिराग को पीतल का बताया. इसके बाद डॉक्टर ने आनन-फानन में थाना ब्रह्मपुरी में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने उनके पास से ठगी किए गए 20 हजार रुपये भी बरामद किए हैं.

आरोपी गिरफ्तार
पीड़ित डॉक्टर मीडिया से बातचीत में दो साल तक ढाई करोड़ की ठगी होना बता रहे हैं. वहीं पुलिस लाखों की ठगी बताकर पल्ला झाड़ रही है. सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने इस बारे में बताया कि डॉक्टर के साथ झाड़-फूंक के नाम पर ठगी हुई है. शिकायत मिलने पर दोनों ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि एक महिला फरार चल रही है. पुलिस ने जादुई चिराग, पत्थर और खड़ाऊ के साथ ठगी के 20 हजार रुपये बरामद करने का दावा किया है.

Last Updated : Oct 27, 2020, 12:13 AM IST
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