मेरठ : कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. लॉकडाउन के बाद एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) में तेजी से सुधार हुआ है. पिछले 13 दिन में जनपद के एक्यूआई की यदि बात करें तो इसमें काफी गिरावट आई.
लॉकडाउन से पहले जनपद का एक्यूआई 300 से ऊपर चल रहा था, लेकिन अब यह 100 से नीचे ही चल रहा है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से अपने घर के बाहर 9 बजे दीपक जलाने का आह्वान किया था. लेकिन इस दौरान कुछ स्थानों पर दीपक जलाने के साथ साथ आतिशबाजी भी की गई.
चंद मिनट की इस आतिशबाजी ने शहर के वायु प्रदूषण में फिर से इजाफा कर दिया. सोमवार को मेरठ का एक्यूआई लगभग सभी स्थानों पर बढ़ा हुआ पाया गया. क्षेत्रीय प्रदूषण विभाग द्वारा दर्ज किये गए एक्यूआई में शास्त्रीनगर में सबसे अधिक एक्यूआई 209 रिकार्ड किया गया, जो 4 अप्रैल को 87 था.
शहर | 4 अप्रैल एक्यूआई लेवल | 6 अप्रैल एक्यूआई लेवल |
शास्त्रीनगर | 87 | 209 |
गंगानगर | 67 | 170 |
जयभीमनगर | 70 | 204 |
पल्लवपुरम | 76 | 193 |
दिल्ली रोड | 80 | 201 |
बेगमपुल | 91 | 190 |
सहायक क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉ. योगेंद्र कुमार का कहना है कि इस समय लॉकडाउन के कारण इंडस्ट्री बंद है, वाहन भी बंद है, यही कारण है कि एक्यूआई में गिरावट आई है. 5 अप्रैल की रात में हुई आतिशबाजी से थोड़ा एक्यूआई बढ़ा लेकिन अब यह कम हो रहा है.
फिजिशियन डॉ. दिनेश कुमार का कहना है कि वायु प्रदूषण फेफेड़ों के लिए हानिकारक होता है. सांस, दमा और हार्ट के मरीजों को यह सबसे अधिक नुकसान पहुंचाता है. कई बार अधिक वायु प्रदूषण एलर्जी का भी कारण बन जाता है. इस समय फैक्ट्री बंद पड़ी है, सड़कों पर वाहन भी नहीं, जिस कारण हवा की क्वालिटी काफी अच्छी है.