मेरठ : सपा विधायक अतुल प्रधान ने न्यूटीमा हॉस्पिटल प्रकरण में मुकदमा दर्ज होने के बाद सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन शुरू कर दिया. इस मामले में डिप्टी सीएम स्वास्थ मंत्री ब्रेजेश पाठक ने जांच का आदेश देते हुए तीन दिन में रिपोर्ट मांगी थी. बाद में निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद अतुल ने अनशन स्थगित कर दिया. इसके पहले विधायक ने एमडीए का घेराव भी किया.
अस्पताल में हंगामे पर डिप्टी सीएम ने दिया है जांच का आदेश
दरअसल बीते बुधवार को मेरठ के गढ़ रोड स्थित न्यूटीमा हॉस्पिटल में हंगामा हुआ था. दवा के नाम और सॉल्ट के बजाय कोड लिखने के आरोप लगाए गए थे. मरीज की शिकायत पर विधायक अतुल प्रधान अस्पताल पहुंचे थे. विधायक अतुल प्रधान के एक्स पर पोस्ट और हंगामे की वीडियो वायरल होने के बाद संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मेरठ सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी.
जांच पूरी होने से पहले ही विधायक पर मुकदमा
जांच पूरी होने से पहले न्यूटीमा अस्पताल की तरफ से आई तहरीर पर तीमारदार सहित विधायक अतुल प्रधान और उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसी के विरोध में शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यलय पहुंचकर अतुल प्रधान ने आमरण अनशन शुरू किया था. इस दौरान अधिकारियों और सपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझक भी हुई. 2 घंटे बाद पुलिस ने त्यौहार और तीन दिन में निष्पक्ष जांच की बात कहते हुए आमरण अनशन खत्म कराया.
मेरठ विकास प्राधिकरण का घेराव
वहीं कार्यकर्ताओं के साथ विधायक ने मेरठ विकास प्राधिकरण का घेराव भी किया. अतुल प्रधान ने अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए अनाधिकृत निर्माण पर अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. सपा विधायक अतुल प्रधान का कहना है यदि 3 दिन में पुलिस की तरफ से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं की गई तो दोबारा आमरण अनशन शुरू किया जाएगा.