मेरठः कोरोना काल में डॉक्टर्स अपनी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. वहीं स्थानीय प्रशासन भी व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए लगातार सक्रिय है. ऐसे में शनिवार को जिलाधिकारी के. बालाजी ने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही मरीजों की देखरेख के लिए की जा रही सीसीटीवी मॉनीटरिंग को भी देखा. इस दौरान उन्होंने मेडिकल अस्पताल में आईसीयू वार्ड और बेड बढ़ाने के लिए चल रहे कार्यों पर अधिकारियों से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि मरीजों के उपचार में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी.
परिजनों को रोज दें मरीज के स्वास्थ्य की रिपोर्ट
डॉक्टरों से बात करते हुए जिलाधिकारी के. बालाजी ने कहा कि वह अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों का इलाज अपने परिवार के सदस्यों की तरह करें. मरीज के तीमारदार या उसके परिजनों को मरीज के स्वास्थ्य की प्रत्येक दिन रिपोर्ट दें. एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी डॉक्टर व स्टाफ ने कोरोना महामारी के नियंत्रण व रोकथाम में अच्छा कार्य किया है.
ट्रांसपेरेंट फेस बॉडी में रखें शव
डॉक्टरों से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि अगर किसी मरीज की दुर्भाग्यवश व मेडिकल कॉलेज के अथक प्रयासों के बावजूद मृत्यु हो जाती है तो उसके शव को ट्रांसपेरेन्ट फेस बॉडी कवर में ही रखा जाए. इससे शव बदलने की शिकायतें नहीं होंगी. कोरोना वार्ड प्रभारी डॉ. सुधीर राठी ने बताया कि वर्तमान में आईसीयू में 31 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. इस समय मेडिकल अस्पताल में कुल 97 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं का कराया प्रसव
डॉ. सुधीर राठी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब तक 50 से अधिक कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का सफलतापूर्वक प्रसव मेडिकल कालेज के डॉक्टरों की टीम ने कराया है. उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज में डी-डाईमर मशीन उपलब्ध है, जिससे गंभीर मरीजों की क्लोटिंग आदि खून की जांच सफलतापूर्वक की जाती है. इस दौरान मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार, सीएमओ डॉ. राजकुमार आदि मौजूद रहे.