मेरठ : निजी अस्पताल में मंगलवार को हुए हंगामे सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ट्वीट कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से तीन दिनों में जांच कर रिपोर्ट मांगी है. सरधना विधायक अतुल प्रधान हॉस्पिटल में भर्ती एक परिचित से मिलने पहुंचे थे. इसी दौरान बिल को लेकर परिजनों ने हंगामा कर दिया. आरोप है कि अस्पताल में विधायक की भी नहीं सुनी गई.
पुलिस ने पहुंचकर शांत कराया था मामला
मंगलवार को सरधना सपा विधायक अतुल प्रधान जब न्यूटीमा अस्पताल पहुंचे तो उनके परिचित के परिजन बिल को लेकर हंगामा कर रहे थे. आरोप है कि अतुल प्रधान ने स्टाफ से डॉक्टर से मिलवाने के लिए कहा तो विधायक को नजरअंदाज़ किया गया. डॉक्टरों के साथ विधायक की कहासुनी भी हो गई. हंगामा देख हॉस्पिटल के स्टाफ ने क्षेत्रीय थाने को सूचना दी. जिसके बाद पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाबुझाकर मामला शांत कराया. बताया जाता है कि डॉक्टर संदीप गर्ग ने बिल कम करने का आश्वासन भी दिया.
अस्पतान संचालक ने कहा- लगाए जा रहे गलत आरोप
सरधना विधायक अतुल प्रधान का कहना है कि न्यूटीमा हॉस्पिटल में दवाओं के साल्ट की जगह कोड का बिल में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं हॉस्पिटल के लिए गार्ड और बाउंसर रखे गए हैं ताकि लोग आवाज़ न उठा सकें. आरोप लगाया है कि हॉस्पिटल ने गुंडों को भर्ती कर रखा है. वहीं न्यूटीमा हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ. संदीप गर्ग ने कहा कि जांच के लिये वह तैयार हैं. जो भी दोषी हो, उसपर कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन जो निर्दोष है उस पर नहीं. जो लोग गलत आरोप हॉस्पिटल पर लगा रहे हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
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