मेरठ: एडीजी जोन कार्यालय पर सोमवार को कुछ लोग शव को लेकर प्रदर्शन करने पहुंच गए. प्रदर्शन से पहले ही मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया. जिसके बाद पीड़ित पक्ष के दो लोग एडीजी से मिलने भी पहुंचे. एडीजी ने जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
दरअसल थाना भावनपुर पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. एडीजी कार्यालय पर प्रदर्शन करने आए लोगों ने बताया कि रियाजुल नाम के शख्स ने अपनी जमीन बेचकर 15 लाख रुपये की कीमत से एक ट्रक खरीदा था. लेकिन भावनपुर पुलिस ने ट्रक को चोरी का बता दिया. जिसके बाद पुलिस ने ट्रक को हिरासत में ले लिया और मालिक रियाजुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रियाजुल को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.
आरोप है कि इसी बात को सुनकर रियाजुल के पिता नियाज मोहम्मद को हार्ट अटैक आ गया. इसके बाद से नियाज मोहम्मद को इलाज अस्पताल में चल रहा था. इलाज के दौरान रियाजुल के पिता नियाज मोहम्मद की मौत हो गई. इस पर पुलिस कार्रवाई से आक्रोशित लोगों ने एडीजी मेरठ जोन के दफ्तर पर लाश रखकर प्रदर्शन की योजना बनाई. जिसके तहत सोमवार को पीड़ित के परिजन एडीजी दफ्तर पहुंच गए. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें प्रदर्शन करने से रोक लिया. पीड़ितों की समस्या के निस्तारण के लिए दो लोगों को एडीजी से मिलने भेज दिया. इस मामले पर एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल ने जांच के निर्देश दिए हैं.
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