मेरठ: जिले में वकील ओमकार तोमर की आत्महत्या का मामला गरमाता नजर आ रहा है. भाजपा विधायक दिनेश खटीक की प्रताड़ना से क्षुब्ध वकील की आत्महत्या के बाद हंगामा करने वाले सैकड़ों लोगों पर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया. लेकिन अब विधायक के समर्थकों का एक प्रतिनिधि मंडल गुरुवार को एडीजी राजीव सभरवाल से मिलने पहुंचा. जहां उन्होंने परिवार को आर्थिक मुआवजा और जांच के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
यह था मामला
आपको बता दें कि मेरठ में वकील ओमकार तोमर ने अपने ही घर में फांसी के फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड से पहले उन्होंने 4 पेज का एक सुसाइड नोट भी लिखा था. मृतक ने अपने सुसाइड नोट में विधायक और बेटे की ससुराल वालों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया. जिसके आधार पर मेरठ पुलिस ने विधायक समेत 14 लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया था. इसके बाद अब मेरठ बार एसोसिएशन ने अधिवक्ता को न्याय दिलाने के लिए 3 दिन की हड़ताल छेड़ रखी है.
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वहीं विधायक के समर्थकों ने गुरुवार को एडीजी कार्यालय पर डेरा डाल दिया. सैकड़ों की संख्या में विधायक समर्थक एडीजी कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और जांच के बाद ही गिरफ्तारी करने का ज्ञापन एडीजी को सौंपा. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा बताई गई कहानी में कई खेल है. उन्होंने सुसाइड नोट की सत्यता पर भी सवालिया निशान खड़ा कर डाला. हालांकि इस सब के बीच पीड़ित परिवार को भी मुआवजा दिलाने की बात कही है. दरअसल सत्तापक्ष के विधायक पर गंभीर आरोपों को लेकर अब इस मामले में राजनीति भी मुखर हो गई है. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी जांच जारी है.