मेरठः मेरठ में एक युवक की हत्या की सुपारी जिन बदमाशों को दी गई वे ही पलट गए. जिस व्यक्ति को मारने की सुपारी दी गई थी बदमाश उसी व्यक्ति से मिल गए और उससे सुपारी देने वाले का नाम बताने के एवज में रुपए मांगने लगे. शिकायत पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि पूरा मामला ग्राम प्रधान के चुनाव की रंजिश से जुड़ा हुआ है.
मेरठ के थाना जानी क्षेत्र के कलंजरी गांव का सारा मामला है. यहां गांव के रहने वाले प्रशांत को अंकुश नाम के एक युवक ने बताया की गांव के ही रहने वाले एक युवक ने उसे प्रशांत को मारने की सुपारी दी है. अंकुश ने कहा कि यदि वह पैसे देगा तो वह उसका नाम बता देगा.
प्रशांत ने उसको पैसे देने के नाम पर बुलाया. इसके बाद पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस ने अंकुश को हिरासत में लेकर पूछताछ की. अंकुश की निशानदेही पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि सेवकराम निवासी कलंजरी थाना जानी मेरठ आने वाले ग्राम प्रधान चुनाव की तैयारी कर रहा था. वहीं, प्रशान्त उर्फ सेतू उसका प्रतिद्वंदी था. सेवकराम को अंदेशा था कि यदि प्रशांत को रास्ते से न हटाया तो वह जीत जाएगा.
पुलिस के मुताबिक, इस पर सेवकराम ने 2,40,000 रुपए में प्रशांत को मारने की सुपारी अंकुश, सागर व नितिन को दी. इसमें से एक 1,70,000 रुपए का एडवांस भी दे दिया गया. दो माह बाद भी काम न होने पर सेवकराम ने बदमाशों से पैसे वापस मांगे. इस पर अंकुश ने प्रशांत से संपर्क कर कहा कि उसने उसे मारने की सुपारी ली है, यदि वह 15 लाख रुपए देगा तो वह सुपारी देने वाले का नाम बता देगा. अंकुश ने पैसे देने के लिए प्रशांत को तीन दिन का समय भी दिया. प्रशांत ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
इस पूरे मामले में एसपी देहात कमलेश बहादुर बताया है कि चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम अंकुश, सागर, नितिन और सेवकराम है बताए जा रहे हैं. प्रशांत और सेवकराम दोस्त हैं. दोनों में प्रधानी का चुनाव दुश्मनी का सबब बन गया है.
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