मेरठः शहर के रहने वाले दंपत्ति दिशा तलवार और दिनेश तलवार ने जनसंख्या के खिलाफ अलख जगाने का बीड़ा उठाया है. वह इसे लेकर बीते 30 साल से आंदोलन चला रहे हैं. साथ ही तीस साल से वे देश के पीएम से मिलने की मांग भी उठा रहे हैं. इसके साथ ही 15 साल से वे सीएम से मिलने की मांग कर रहे हैं. अभी तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई है. इसे लेकर ये दंपत्ति करीब एक लाख चिट्टियां भी लिख चुके हैं.
ईटीवी भारत को दिनेश तलवार ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण की मांग को लेकर वे अपनी आवाज पिछले 30 साल से बुलंद करते आ रहे हैं. दिनेश ने बताया कि वह अब तक देश के 300 शहरों में पदयात्रा पूरी कर चुके हैं. उनकी जो पदयात्रा होती है वह उल्टी होती है. वह उल्टी चाल के जरिए लोगों को सीधा संदेश देने का काम कर रहे हैं ताकि जनसंख्या पर नियंत्रण किया जा सके.
दिनेश का कहना है कि सरकार बहुत सारे खर्च करती हैं. खरबों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं जबकि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार ध्यान नहीं दे रही है. अगर समय रहते इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो कई तरह की समस्याएं हो जाएंगी. वह दो बच्चों का कानून चाहते हैं. वह कहते हैं कि हमारी आबादी 150 करोड़ के पास पहुंच रही है यह दुख का विषय है.
ट्रेन, बसों व चौराहों पर चलाते अभियान
तलवार दम्पत्ति शहर घूम-घूमकर लोगों को पोस्टकार्ड वितरित करते हैं. उल्टी चाल से पदयात्रा करके लोगों को जागरूक करते हैं. जिस शहर में भी जाते हैं वहां के अधिकारियों को ज्ञापन देते हैं. बसों में चढ़कर लोगों को बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों से अवगत कराते हैं. रेलगाड़ियों में भी लोगों को दोनों जनसंख्या नियंत्रण को जागरूक करते हैं. पदयात्रा करते हैं, पोस्टकार्ड लिखते हैं. दिनेश बताते हैं कि बीते तीस साल में उन्होंने देश के राजनेताओं और अफसरों को करीब एक लाख से अधिक पत्र लिखे हैं.
जंतर मंतर पर कर चुके सौ बार उपवास
दिनेश तलवार कहते हैं कि हम हिम्मत नहीं हारेंगे. इस मांग को लेकर देश में घूमेंगे. लोगों से अपील करेंगे कि वे जनसंख्या वृद्धि के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें. वह बताते हैं कि 100 बार देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर पति पत्नी उपवास भी रख चुके. मंत्री, सांसद, विधायक व ब्यूरोक्रेट्स को पत्र लिखकर यही मांग करते आ रहे हैं कि 2 बच्चों का कानून देश में बने.
पहले हंसी उड़ाते थे लोग
दिशा ने बताया कि जब उन्होंने तीस साल पहले उन्होंने अपना अभियान शुरू किया था तब लोग हंसी उड़ाते थे. अब लोगों ने उनकी मांग को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है. लोग उनके इस अभियान की सराहना करने लगे हैं. अब लोग अभियान के दौरान ताली बजाकर उनकी सराहना करते हैं. दिशा कहतीं हैं कि बीते 30 सालों से कई सरकारें आईं और गईं. हम पीएम से मिलने की मांग लगातार कर रहे हैं लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं हुई है. 15 साल से सूबे के मुखिया से मिलने की मांग कर रहे हैं लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हो सकी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि पीएम मोदी और सीएम योगी से मुलाकात की उम्मीद है, वे इस मामले में गंभीरता से विचार कर सकते हैं. दोनों में निर्णय लेने की शक्ति है.