मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय छात्र-छात्रों के भविष्य को देखते हुए नई-नई योजनाओं को ला रहा है. विश्वविद्यालय अब निर्धन परिवारों से आने वाले होनहार छात्र-छात्राओं को अलग से कोचिंग कराएगा. जिसके लिए विश्वविद्यालय में आईएएस, पीसीएस समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कोचिंग सेंटर खुल रहा है.आईए जानते किन छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा.
विश्वविद्यालय में कोचिंग सेंटर
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय लगातार छात्र छात्राओं के लिए नई-नई योजनाएं ला रहा है. विश्वविद्यालय द्वारा अब एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय से विश्वविद्यालय या उससे संबद्ध महाविद्यालयों में जो भी अध्ययनरत निर्धन परिवार के छात्र- छात्राएं हैं. अगर उनमें कुछ कर दिखाने का जज्बा है या वह पढ़ाई में होनहार हैं, तो विश्वविद्यालय ऐसे छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय में कोचिंग सेंटर स्थापित किया जा रहा है.
विश्वविद्यालय में ग्रामीण क्षेत्रों के हैं अधिक छात्र-छात्राएं
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जेए सिद्दीकी ने बताया कि पश्चिमी यूपी के ग्रामीण अंचलों के लाखों छात्र छात्राएं चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले छात्र महंगी कोचिंग करने में असमर्थ होते हैं. लेकिन वह मेहनती होते हैं और उनमें प्रतिभा भी होती है. इसका संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय स्तर पर यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय परिसर में एक कोचिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी. इस कोचिंग सेंटर में नीट और इंजीनियरिंग को छोड़कर बाकी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने का प्रयास किया जा रहा है.
डिजिटल लाइब्रेरी होगी स्थापित
प्रोफेसर सिद्दीकी ने बताया कि इसके अलावा यहां विश्वविद्यालय में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी भी आईआईटी खड़कपुर के द्वारा विकसित की गई है. उस डिजिटल लाइब्रेरी पर भी बहुत सारी कॉम्पिटेटिव संबंधित सामग्री उपलब्ध है. कोविड-19 के समय उत्तर प्रदेश सरकार ने भी हायर एजुकेशन डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की थी. उस पर भी बहुत सारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित मटेरियल सामग्री उपलब्ध है. यह तमाम डिजिटल लाइब्रेरीज का एक्सेस भी विश्वविद्यालय कोचिंग के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा.
राज्यसभा सांसद ने दिया है भरोसा
प्रोफेसर जेए सिद्दीकी ने कहा कि इसके लिए एक स्थान पर विचार किया गया है. जो पुस्तकालय के नए भवन के दूसरे फ्लोर पर कोचिंग की सुविधा शुरू की जाएगी. इसमें राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पूर्ण सहयोग करने का भरोसा दिया है. जिसे जल्द ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. जिसके बाद पात्रता के दायरे में आने वाले छात्र-छात्राएं अपने सपनों को पूरा करने के लिए आवेदन कर सकते हैं.