मेरठ: कोरोना के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद है. ऐसे में ना तो क्लास रूम में कक्षाएं संचालित हो रही हैं और न ही छात्र लैब में प्रैक्टिकल कर पा रहे हैं. जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है.
ऐसी परिस्थितियों में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने सभी विषयों की ऑनलाइन कक्षायें संचालित कराकर छात्रों का थ्योरी का कोर्स लगभग पूरा करा दिया है. अब छात्रों को प्रैक्टिकल कोर्स की चिंता सता रही है. इसके लिए यूनिवर्सिटी के भौतिकी विज्ञान विभाग ने छात्र-छात्राओं के लिए वर्चुअल लैब में ऑनलाइन प्रैक्टिकल क्लास करने की पहल की है.
विभाग के शिक्षकों ने इसके लिए ऑनलाइन वर्चुअल लेबोरेटरी प्लेटफार्म को तैयार कर लिया है और अब छात्र-छात्राओं को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है. जिसके लिए पाठयक्रम के अनुकूल ऑनलाइन प्रैक्टिकल डिजाइन किए गये हैं.
नैनो साइंस पर आधारित डिजाइन किए प्रेक्टिकल
भौतिकी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने बताया कि, उन्होंने अपने विभाग के शिक्षकों के साथ मिलकर एमएससी भौतिकी पाठयक्रम के अनुकूल कुछ प्रैक्टिकल डिजाइन किए हैं. जिसे उनके विभाग के शिक्षक ऑनलाइन ही वर्चुअल लेबोरेटरी प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर छात्र-छात्राओं को सिखाना शुरू कर दिया है.
इसके अलावा एमएससी भौतिकी चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए अपने रिसर्च डाटा का इस्तेमाल करते हुए कुछ नैनो साइंस पर आधारित प्रैक्टिकल डिजाइन किए गये हैं. ये सभी प्रैक्टिकल्स वास्तविक डाटा के आधार पर तैयार किये गए हैं. जिनको छात्र-छात्राओं द्वारा विश्लेषण करते हुए विभिन्न भौतिकीय पहलुओं को समझते हुए पूरा करना होगा.
वर्चुअल लेबोरेटरी प्लेटफार्म पर प्रैक्टिकल एक अच्छा प्रयास
भौतिकी विभाग के शिक्षकों का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के समय में ऑनलाइन वर्चुअल लेबोरेटरी का इस्तेमाल कर छात्र-छात्राएं अपने पाठयक्रम के अनुकूल प्रैक्टिकल कर पाठयक्रम को पूरा करेंगे. यह एक अच्छा प्रयास है.
चौधरी चरण विश्वविद्यालय, मेरठ के भौतिकी विज्ञान विभाग में ऑनलाइन प्रैक्टिक्ल शुरू करने में विभाग की शिक्षिका डॉ. कविता शर्मा के साथ ही डॉ. योगेंद्र गौतम और डॉ. अनिल कुमार यादव का विशेष सहयोग रहा.