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पार्षदों की पिटाई का मामला गर्माया, दलित समाज ने प्रदर्शन कर उठाई कार्रवाई की मांग

मेरठ में पार्षदों की पिटाई का मामले (Councilors Beating Case) को लेकर दलित समाज के हजारों लोगों ने प्रदर्शन कर मंत्री और एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही पूर्व में रहे SC- ST आयोग के अध्यक्ष मुकेश सिद्धार्थ ने प्रदर्शन के दौरान भाजपा के मंत्री सोमेंद्र तोमर के जिंदा जला देने और घर मे आग लगाने की बात कही है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 6, 2024, 5:46 PM IST

Updated : Jan 6, 2024, 7:22 PM IST

पूर्व विधायक योगेश वर्मा और प्रदर्शनकारियों ने दी जानकारी

मेरठ: नगर निगम में दलित पार्षदों के साथ हुई पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मेरठ में शनिवार को दलित समाज के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अपनी ताकत का एहसास कराते हुए चौधरी चरण सिंह पार्क से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन किया. इस दौरान कहा कि यदि पिटाई करने वाले प्रदेश के मंत्री और एमएलसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, तो समाज चुप नहीं बैठेगा.

बता दें कि 30 दिसंबर को मेरठ नगर निगम में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के एक-एक दलित समाज के पार्षद के साथ मारपीट हुई थी. इसके बाद से अब इस पर राजनीति भी गरम गई है. हजारों की संख्या में जिले भर के अलग-अलग कोने से दलित समाज के लोग जुटने शुरू हुए है. अलग अलग संगठनों से जुड़े दलित समाज के लोगों ने पार्षदों की पिटाई के मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है.

गुस्साए लोगों का आरोप है कि नगर निगम में जो कुछ हुआ, वह बेहद ही शर्मनाक है. इसके बावजूद भी जबकि सब कुछ सामने है. पुलिस और प्रशासन आंख बंद किए हुए हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि पार्षदों के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री और एक एमएलसी पार्षदों के साथ मारपीट कर रहे है. इसका वीडियो भी सार्वजनिक है. पार्षदों की शिकायत पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है

इसे भी पढ़े-जयंत चौधरी बोले- पार्षदों की पिटाई शर्मनाक, यूपी में दलितों की आवाज को सरकार दबा रही

गुस्साए लोगों ने आरोप लगाया कि यह पूरी तरह से दलित समाज के पीड़ितों के साथ अन्याय है. इस मामले में समाज चुप नहीं बैठेगा. इस मौके पर अलग अलग संगठनों के लोग एकत्र थे, वहीं कई राजनैतिक दलों के भी दलित समाज के नेता इस प्रदर्शन में शामिल रहे. लोगों ने आरोप लगाया कि पूरा समाज नगर निगम में हुई घटना से क्षुब्ध है. अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में समाज बड़ा आंदोलन करेगा. बता दें कि 10 जनवरी को मेरठ में पहले ही दलित समाज के द्वारा महापंचायत का आह्वान किया गया है, जिसमें तमाम विपक्षी दलों के प्रतिनिधि पहले ही शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं.

मंत्री सोमेंद्र तोमर को जिंदा जलाने की धमकी: मेरठ के जिलाधिकारी कार्यालय पर चल रहे धरने में पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सिद्धार्थ ने विवादित बयान दिया है. पूर्व में रहे SC- ST आयोग के अध्यक्ष मुकेश सिद्धार्थ ने प्रदर्शन के दौरान लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारी बिल्कुल सुन नहीं रहे हैं और मनमानी पर उतर चुके हैं. उन्होंने सत्तारधारी राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर के घर और उनको जिंदा जलाने की धमकी दी है. मुकेश सिंघल ने कहा कि अगर आने वाली 10 तारीख तक मंत्री सोमेंद्र तोमर की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो सर्व समाज के लोग आंदोलन करने से पीछे नही हटेंगे, सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे. यही नहीं मुकेश सिंघल ने कहा कि अब समाज के लोग गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं है. हम सब एक दूसरे के साथ खड़े है.

यह भी पढ़े-मेरठ में पार्षदों की मारपीट का मामला गर्माया, अमिताभ ठाकुर ने आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग की

पूर्व विधायक योगेश वर्मा और प्रदर्शनकारियों ने दी जानकारी

मेरठ: नगर निगम में दलित पार्षदों के साथ हुई पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मेरठ में शनिवार को दलित समाज के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अपनी ताकत का एहसास कराते हुए चौधरी चरण सिंह पार्क से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन किया. इस दौरान कहा कि यदि पिटाई करने वाले प्रदेश के मंत्री और एमएलसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, तो समाज चुप नहीं बैठेगा.

बता दें कि 30 दिसंबर को मेरठ नगर निगम में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के एक-एक दलित समाज के पार्षद के साथ मारपीट हुई थी. इसके बाद से अब इस पर राजनीति भी गरम गई है. हजारों की संख्या में जिले भर के अलग-अलग कोने से दलित समाज के लोग जुटने शुरू हुए है. अलग अलग संगठनों से जुड़े दलित समाज के लोगों ने पार्षदों की पिटाई के मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है.

गुस्साए लोगों का आरोप है कि नगर निगम में जो कुछ हुआ, वह बेहद ही शर्मनाक है. इसके बावजूद भी जबकि सब कुछ सामने है. पुलिस और प्रशासन आंख बंद किए हुए हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि पार्षदों के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री और एक एमएलसी पार्षदों के साथ मारपीट कर रहे है. इसका वीडियो भी सार्वजनिक है. पार्षदों की शिकायत पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है

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गुस्साए लोगों ने आरोप लगाया कि यह पूरी तरह से दलित समाज के पीड़ितों के साथ अन्याय है. इस मामले में समाज चुप नहीं बैठेगा. इस मौके पर अलग अलग संगठनों के लोग एकत्र थे, वहीं कई राजनैतिक दलों के भी दलित समाज के नेता इस प्रदर्शन में शामिल रहे. लोगों ने आरोप लगाया कि पूरा समाज नगर निगम में हुई घटना से क्षुब्ध है. अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में समाज बड़ा आंदोलन करेगा. बता दें कि 10 जनवरी को मेरठ में पहले ही दलित समाज के द्वारा महापंचायत का आह्वान किया गया है, जिसमें तमाम विपक्षी दलों के प्रतिनिधि पहले ही शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं.

मंत्री सोमेंद्र तोमर को जिंदा जलाने की धमकी: मेरठ के जिलाधिकारी कार्यालय पर चल रहे धरने में पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सिद्धार्थ ने विवादित बयान दिया है. पूर्व में रहे SC- ST आयोग के अध्यक्ष मुकेश सिद्धार्थ ने प्रदर्शन के दौरान लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारी बिल्कुल सुन नहीं रहे हैं और मनमानी पर उतर चुके हैं. उन्होंने सत्तारधारी राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर के घर और उनको जिंदा जलाने की धमकी दी है. मुकेश सिंघल ने कहा कि अगर आने वाली 10 तारीख तक मंत्री सोमेंद्र तोमर की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो सर्व समाज के लोग आंदोलन करने से पीछे नही हटेंगे, सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे. यही नहीं मुकेश सिंघल ने कहा कि अब समाज के लोग गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं है. हम सब एक दूसरे के साथ खड़े है.

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Last Updated : Jan 6, 2024, 7:22 PM IST
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