मेरठ: जनपद में सोमवार को बीएसएनएल के कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया. शास्त्री नगर स्थित कार्यालय के बाहर अनशन कर रहे बीएसएनएल के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय संचार मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
बीएसएनल के कर्मचारियों ने की एक दिवसीय भूख हड़ताल
केंद्र सरकार और दूरसंचार मंत्री पर मनमानी और शोषण का आरोप लगाते हुए बीएसएनल के कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोमवार को नेशनल फेडरेशन ऑफ टेलीफोन एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले बीएसएनएल के सैकड़ों कर्मचारी तेजगढ़ी चौराहा स्थित बीएसएनएल कार्यालय के बाहर एकत्र हुए. कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर एक दिवसीय भूख हड़ताल करते हुए प्रधानमंत्री और केंद्रीय संचार मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन कर रहे इन कर्मचारियों ने अपनी मांगे पूरी न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है.
कर्मचारियों ने खुदकुशी करने की दी चेतावनी
इस दौरान संगठन के कर्मचारी नेता सोमपाल सैनी ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों ने झूठे वादे करके एक साथ 80 हजार कर्मचारियों को वीआरएस लेने पर मजबूर कर दिया. इसके बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों से किए गए वादे भी पूरे नहीं किए गए. इसी का नतीजा है कि मजबूर होकर कर्मचारी खुदकुशी करने पर आमादा हैं.
विभाग के कर्मचारियों को अब तक जनवरी माह का वेतन भी नहीं मिला है. अन्य कई मांगों को लेकर भी केंद्र सरकार से कई बार अनुरोध किया जा चुका है, लेकिन आज तक इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई. यदि सरकार ने कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद नहीं किया तो बीएसएनएल कर्मचारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के लिए बाध्य होंगे.
-सोमपाल सैनी, नेता,संगठन