लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 चुनाव की तस्वीर अब साफ हो चुकी है. इस बार जिस रणनीति के साथ प्रियंका गांधी यूपी के सियासी संग्राम में कूदी थीं, उसमें उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी. जिन पोस्टर गर्ल्स पर पार्टी ने बड़ा दांव खेला था उन्होंने चुनाव की शुरुआत में ही पंजे को छोड़ कमल लिया. पार्टी को रही सही उम्मीद बिकिनी गर्ल से थी. वह भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुईं. चलिए आपको बताते हैं इन पोस्टर और बिकिनी गर्ल के बारे में.
बिकनी गर्ल अर्चना गौतम
कांग्रेस ने मेरठ में हस्तिनापुर विधानसभा सीट से अभिनेत्री अर्चना गौतम को टिकट दिया था. हालांकि इससे पहले भी कांग्रेस ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अभिनेत्री नगमा को चुनावी मैदान में उतारा था. उस समय भी मेरठ सहित आसपास के जिलों में हलचल मच गई थी. इस बार भी अर्चना को टिकट देकर हस्तिनापुर सीट को महत्वपूर्ण बना दिया गया था, लेकिन अर्चना गौतम भी प्रियंका गांधी की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकीं.
गौरतलब है कि 26 वर्ष की अर्चना गौतम ने बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है. उन्होंने 2015 में ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती फिल्म से डेब्यू किया. अर्चना गौतम ने ‘हसीना पारकर' और ‘बरोटा कंपनी जैसी फिल्मों में भी एक्टिंग के जलवे दिखाए हैं. अर्चना ‘जंक्शन वाराणसी फिल्म में छोटे और दमदार रोल के लिए सुर्खियां बटोर चुकी हैं और कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी जलवा दिखा चुकी हैं.
1 सितंबर 1995 को मेरठ में जन्म लेने वाली अर्चना गौतम ने गंगानगर स्थित आईआईआईएमटी से पत्रकारिता की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने मॉडलिंग और एक्टिंग करना शुरू कर दिया. वर्ष 2014 में अर्चना गौतम ने मिस उत्तर प्रदेश का खिताब जीता था. वहीं, चार साल बाद 2018 में अर्चना गौतम ने मिस बिकिनी इंडिया, मिस कुओमो इंडिया, मिस टैलेंट प्रतियोगिताओं को अपने नाम किया. उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई थी.
प्रियंका मौर्य
प्रियंका मौर्य कांग्रेस के पोस्टर अभियान में सबसे पहले खड़ी दिखी थीं. उन्होंने प्रियंका गांधी के सचिव पर टिकट के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. प्रियंका मौर्य ने कहा था कि लड़की हूं, लड़की सकती हूं, लेकिन कांग्रेस में टिकट नहीं पा सकी थीं जिसके पीछे उन्होंने खुद के ओबीसी होने का कारण बताया था. कांग्रेस ने प्रियंका मौर्य के महज 3 महीने पहले पार्टी ज्वाइन करने की सफाई दी थी. हालांकि इस मामले के बाद प्रियंका बीजेपी में शामिल हो गईं थीं.
वंदना सिंह
पोस्टर गर्ल वंदना सिंह ने कहा था कि वह 5 साल से कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता थीं. उन्होंने अभियान को देखते हुए अपने लिए टिकट मांगा था. यहां तक प्रियंका गांधी से मिलने की कोशिश भी की थी. लेकिन उन्हें मिलने तक नहीं दिया गया. वंदना ने आरोप लगाया था कि पार्टी में सिर्फ कुछ दिन पहले आए लोगों का सम्मान हो रहा था. मेहनती महिलाओं का सम्मान नहीं किया गया जिससे आहत होकर उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था.
पल्लवी सिंह
कांग्रेस पार्टी की पोस्टर गर्ल यानी पल्लवी सिंह करीब 6 साल से कांग्रेस से जुड़ी हुईं थीं. पल्लवी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने की बात कर रही है, लेकिन वहां उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा था. शीर्ष नेतृत्व पार्टी के पदाधिकारियों की तरफ न देखकर, बाहर के लोगों को टिकट दिया गया. यह सब देखकर टिकट भी नहीं मांगा. जिसके चलते पार्टी की नीतियों से संतुष्ट न होकर पल्लवी सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.