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पुलिस कस्टडी में भाजपा नेता की पिटाई के मामले में एक दरोगा और सिपाही निलंबित

पुलिस कस्टडी में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष की बर्बरता पूर्वक पिटाई का मामला गरमाता देख पुलिस अधीक्षक ने एक दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया है.

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Published : Oct 7, 2022, 11:04 PM IST

मऊ : पुलिस कस्टडी में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष की बर्बरता पूर्वक पिटाई का मामला गरमाता देख पुलिस अधीक्षक ने एक दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया है. पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए आक्रोशित नागरिकों ने मूर्ति विसर्जन रोक दिया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने निलंबन का निर्णय लिया. मामला मधुबन थाना क्षेत्र का है.

पूर्वांचल के मऊ जिले में पुलिस पर मामूली विवाद पर एक युवक की थाने में जमकर पिटाई करने का आरोप लगा है. मधुबन थाना क्षेत्र का है. आरोप है कि भाजपा के युवा मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष सौरभ गुप्ता को मामूली विवाद में पुलिस थाने ले आई, जहां उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की. जिससे युवक को गंभीर चोटें आईं. चोट इतनी गंभीर थी कि युवक को जिला अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. युवक के घरवालों का कहना है कि पुलिस की पिटाई के बाद परिजन इसकी शिकायत लेकर आला अधिकारियों के पास पहुंचे, जहां उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई. जिसके बाद स्थानीय व्यापारियों व निवासियों ने पुलिस के इस बर्बरता पूर्व पिटाई का विरोध करते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली और मूर्ति विसर्जन रोक दिया. जिसके बाद भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, स्थानीय विधायक रामविलास चौहान के साथ पुलिस अधीक्षक से मिले.

जिला अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता ने बताया कि उनके कार्यकर्ताओं के पर पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई थी, जो कि सही नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता ने गलती की थी तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेजना चाहिए था. पुलिस को पिटाई करने का कोई अधिकार नहीं है. पीड़ित सौरव गुप्ता ने बताया कि एक सिपाही और दरोगा के सामने कहासुनी हुई थी. उसके बाद उसे थाने में ले जाकर लगभग डेढ़ घंटे तक बेल्ट और लाठी से उसे पीटा गया.

यह भी पढ़ें : भाजपा नेता के परिवार की महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का मामला, नसीमुद्दीन सिद्दीकी कोर्ट में हुए पेश

मऊ : पुलिस कस्टडी में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष की बर्बरता पूर्वक पिटाई का मामला गरमाता देख पुलिस अधीक्षक ने एक दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया है. पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए आक्रोशित नागरिकों ने मूर्ति विसर्जन रोक दिया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने निलंबन का निर्णय लिया. मामला मधुबन थाना क्षेत्र का है.

पूर्वांचल के मऊ जिले में पुलिस पर मामूली विवाद पर एक युवक की थाने में जमकर पिटाई करने का आरोप लगा है. मधुबन थाना क्षेत्र का है. आरोप है कि भाजपा के युवा मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष सौरभ गुप्ता को मामूली विवाद में पुलिस थाने ले आई, जहां उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की. जिससे युवक को गंभीर चोटें आईं. चोट इतनी गंभीर थी कि युवक को जिला अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. युवक के घरवालों का कहना है कि पुलिस की पिटाई के बाद परिजन इसकी शिकायत लेकर आला अधिकारियों के पास पहुंचे, जहां उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई. जिसके बाद स्थानीय व्यापारियों व निवासियों ने पुलिस के इस बर्बरता पूर्व पिटाई का विरोध करते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली और मूर्ति विसर्जन रोक दिया. जिसके बाद भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, स्थानीय विधायक रामविलास चौहान के साथ पुलिस अधीक्षक से मिले.

जिला अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता ने बताया कि उनके कार्यकर्ताओं के पर पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई थी, जो कि सही नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता ने गलती की थी तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेजना चाहिए था. पुलिस को पिटाई करने का कोई अधिकार नहीं है. पीड़ित सौरव गुप्ता ने बताया कि एक सिपाही और दरोगा के सामने कहासुनी हुई थी. उसके बाद उसे थाने में ले जाकर लगभग डेढ़ घंटे तक बेल्ट और लाठी से उसे पीटा गया.

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