मऊः शनिवार का दिन बंदरों के लिये कहर बनकर बरपा. गोरखपुर से वाराणसी जा रही इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में 12 से ज्यादा बंदर आ गये. जिसमें 9 की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गये. मामला परदहां ब्लॉक के किन्नूपुर गांव के पास का है. ग्रामीणों ने घायल बंदरों के इलाज के लिये डॉक्टर एके यादव को बुलाया, जिसके बाद सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया. ग्रामीणों ने मृत बंदरों के शवों को गांव के ही तालाब के किनारे दफना दिया.
ये है पूरा मामला
किन्नूपुर गांव के पास रेल की पटरी पर बंदरों का एक झुंड काफी देर से उछल-कूद कर रहा था. इसी दौरान अचानक एक बंदर के छोटे बच्चे का दोनों पैर ट्रैक में फंस गया. उसके चीखने-चिल्लाने पर बंदरों का झुंड बच्चे को बचाने में जुट गया. इसी बीच वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन आ गयी और बंदरों का झुंड उसकी चपेट में आ गया. इसमें 9 बंदरों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि तीन घायल हो गए. जानकारी मिलने पर तहसीलदार सदर संजीव यादव और पुलिस की 100 डायल टीम भी वहां पहुंच गयी. इसके बाद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निर्देश पर पशु चिकित्सक डॉक्टर ए के यादव मौके पर पहुंचे और घायल बंदरों का उपचार किया.
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