लखनऊ: मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में आरोपी सुनील राठी, प्रदीप कबूतरा और कुणाल उर्फ राजन जाट की 5 मई को लखनऊ कोर्ट में पेशी होनी है. कोर्ट ने वारंट 'बी' पर सुनवाई करते हुए आजमगढ़ जेल और तिहाड़ जेल को इस बारे में आदेश भेजने को कहा है. तीनों आरोपियों की पेशी पहले 27 अप्रैल को होनी थी, लेकिन, पंचायत चुनाव की वजह से आजमगढ़ जेल प्रशासन ने सुरक्षा की कमी का हवाला देते हुए अपनी असमर्थता जताई थी.
एफआईआर में बढ़ते जा रहे आरोपियों के नाम
6 जनवरी 2021 को अजीत सिंह की हत्या के बाद जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, एफआईआर में नामजद लोगों के अलावा कई नये नाम शामिल होते जा रहे हैं. जांच के दौरान शूटरों और उनके मददगारों को रिमांड पर लेने के बाद कई नये खुलासे इस केस में हुए हैं. इस दौरान बागपत जेल में डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या करने के आरोपी सुनील राठी का नाम भी इस केस से जुड़ गया. पश्चिमी यूपी के बड़े माफिया सुनील राठी पर अजीत सिंह की हत्या के लिए शूटर उपलब्ध कराने का आरोप है. वहीं आजमगढ़ के शातिर अपराधी प्रदीप कबूतरा का शूटरों को आर्थिक मदद देने और घायल शूटर राजेश तोमर की मदद करने के लिए कुणाल उर्फ राजन जाट का नाम विवेचना में शामिल किया गया है.
पढ़ें: निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नो एडमिशन का बोर्ड
प्रदीप ने जेल में बंद ध्रुव व अखंड के कहने पर की थी शूटरों की मदद
विवेचना में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि प्रदीप ने आजमगढ़ जेल में बंद ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह और अखंड सिंह के कहने पर शूटरों की आर्थिक मदद की थी. इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जानी है. पहले 27 अप्रैल तारीख तय हुई थी, लेकिन अब तीनों की पेशी 5 मई को तय की गई है. इसके बाद इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.