ETV Bharat / state

मऊः छात्रों ने सैंड आर्ट के जरिए प्रस्तुत की कलाकारी, पर्यावरण सुरक्षा के लिए किया जागरूक - सनबीम स्कूल

उत्तर प्रदेश के मऊ में 'जल ही जीवन है' पर आधारित कार्यक्रम में सनबीम स्कूल के छात्रों ने सैंड आर्ट के माध्यम से कलाकारी प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया. कार्यक्रम का थीम 'जल है तो कल है' और पानी बचाओ पर आधारित था.

छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया सैंड आर्ट कलाकारी.
author img

By

Published : Nov 18, 2019, 7:19 PM IST

मऊ: कहा जा रहा है कि भविष्य में जल पूरे विश्व में मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा संकट बनकर सामने आने वाला है. ऐसे में जिले के सनबीम स्कूल के छात्रों ने अपने सैंड आर्ट के माध्यम से वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अभिभावकों और छात्रों से जल बचाने की अपील की.

छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया सैंड आर्ट कलाकारी.

इसके अलावा पर्यावरण के लिए क्या-क्या वस्तुएं नुकसानदायक हैं और उनको किस तरह से नष्ट किया जाए और उनका उपयोग ज्यादा से ज्यादा कम किया जाए, इसके बारे में भी जानकारी दी गई. इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने छात्रों को उपदेश दिया. उन्होंने कहा कि हमें विरासत में क्या मिला है और हमें सोचना चाहिए कि हम विरासत में समाज को क्या देकर जाएंगे.

छात्रों ने प्रस्तुत किए मनमोहक कार्यक्रम
कार्यक्रम में बताया गया कि अगर हम लोग अभी से नहीं संभालते हैं तो भविष्य में जल संकट आने वाली पीढ़ियों के सामने बड़ा खतरा होगा. इसके अलावा पेड़ पौधों की कटाई से लोगों को ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा. प्लास्टिक का उपयोग बहुत ज्यादा हो रहा है, जिससे वर्षा का जल भी भूमि में नहीं पहुंच पाएगा और चारों तरफ त्राहि-त्राहि मच जाएगी.

इसलिए समस्त लोगों का यह प्रथम प्राथमिकता बनती है कि जो ईश्वर द्वारा दी गई अनमोल चीजें हैं उनका अच्छे से उपयोग करें. उसका संरक्षण करने की जिम्मेदारी उठाएं. इसके अलावा छात्रों ने भी मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया.

इसे भी पढ़ें:- भदोही: किसानों को भा रही 'ब्लैक राइस' की खेती, करा सकती है मोटी कमाई

मऊ: कहा जा रहा है कि भविष्य में जल पूरे विश्व में मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा संकट बनकर सामने आने वाला है. ऐसे में जिले के सनबीम स्कूल के छात्रों ने अपने सैंड आर्ट के माध्यम से वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अभिभावकों और छात्रों से जल बचाने की अपील की.

छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया सैंड आर्ट कलाकारी.

इसके अलावा पर्यावरण के लिए क्या-क्या वस्तुएं नुकसानदायक हैं और उनको किस तरह से नष्ट किया जाए और उनका उपयोग ज्यादा से ज्यादा कम किया जाए, इसके बारे में भी जानकारी दी गई. इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने छात्रों को उपदेश दिया. उन्होंने कहा कि हमें विरासत में क्या मिला है और हमें सोचना चाहिए कि हम विरासत में समाज को क्या देकर जाएंगे.

छात्रों ने प्रस्तुत किए मनमोहक कार्यक्रम
कार्यक्रम में बताया गया कि अगर हम लोग अभी से नहीं संभालते हैं तो भविष्य में जल संकट आने वाली पीढ़ियों के सामने बड़ा खतरा होगा. इसके अलावा पेड़ पौधों की कटाई से लोगों को ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा. प्लास्टिक का उपयोग बहुत ज्यादा हो रहा है, जिससे वर्षा का जल भी भूमि में नहीं पहुंच पाएगा और चारों तरफ त्राहि-त्राहि मच जाएगी.

इसलिए समस्त लोगों का यह प्रथम प्राथमिकता बनती है कि जो ईश्वर द्वारा दी गई अनमोल चीजें हैं उनका अच्छे से उपयोग करें. उसका संरक्षण करने की जिम्मेदारी उठाएं. इसके अलावा छात्रों ने भी मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया.

इसे भी पढ़ें:- भदोही: किसानों को भा रही 'ब्लैक राइस' की खेती, करा सकती है मोटी कमाई

Intro:मऊ - जल ही जीवन है, पर आधारित कार्यक्रम नगर क्षेत्र के सनबीम स्कूल में छात्रों ने सैंड आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया। जल है तो कल है, पानी बचाओ पर आधारित थीम था। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने छात्रों को उपदेश दिया कि हमें विरासत में क्या मिला है और हमें सोचना चाहिए कि हमें विरासत में क्या देकर जाएंगे।


Body:भविष्य में जल पूरे विश्व भर में मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा संकट बनकर सामने आने वाला है। ऐसे में सनबीम स्कूल के छात्रों ने अपने कला के माध्यम से वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अभिभावकों और छात्रों से जल बचाने की अपील किया। इसके अलावा पर्यावरण के लिए क्या-क्या वस्तुएं नुकसानदायक हैं और उनको किस तरह से नष्ट किया जाए और उनका उपयोग ज्यादा से ज्यादा कम किया जाए। इसके बारे में जानकारी दिया। साथ ही बताया कि अगर हम लोग अभी से नहीं संभालते हैं। तो आने वाले भविष्य में जल संकट आने वाली पीढ़ियों के लिए बड़ा खतरा बन कर सामने रहेगा। इसके अलावा पेड़ पौधों की कटाई से लोगों को ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। प्लास्टिक का उपयोग इतना ज्यादा हो रहा है। जिससे बरसा काजल भी भूमि में नहीं पहुंच पाएगा और चारों तरफ त्राहि-त्राहि मच जाएगी। इसलिए समस्त लोगों का यह प्रथम प्राथमिकता बनती है कि जो ईश्वर द्वारा दी गई। अनमोल चीजें हैं उनका अच्छे से उपयोग कर संरक्षण करने की जिम्मेदारी उठाएं। इसके अलावा ने छात्रों ने भी मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।


Conclusion:जल पेड़ पौधे पर्यावरण ऑक्सीजन सहित तमाम ऐसी प्राकृतिक वस्तुएं हैं। जिनके नष्ट होने के बाद जीवन भी समाप्त हो जाएगा। आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इन्हीं सारी कीमती वस्तुओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जिससे आने वाले भविष्य में इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी मानव जाति सहित तमाम जीव जंतुओं का नष्ट होना संभव है।

बाईट -1- मेहनाज अली अदर खान (वाइस प्रेसपाल)
बाईट-2- आदर्श कुमार मौर्य (छात्र)

वेद मिश्रा, मऊ
9415219385
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.