मऊ: जिले की जेल में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कौशल विकास योजना संचालित की गई. इसके तहत 70 बंदियों को 10 दिवसीय अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिलाधिकारी के मौजूदगी में कार्यशाला का उद्घाटन हुआ. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जेल में बंद कैदियों को रोजगार प्रदान करना और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है.
कैदियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण-
राम नवल प्रजापति ने बताया कि पूर्वांचल में पहली बार इस जेल के अंदर कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें कैदी जेल के अंदर और जेल के बाहर जाकर अपने जीवन में कैसे सुधार ला सकते हैं इसे बताया जा रहा है.
हम लोगों को अगरबत्ती बनाने की कला को सिखाया जा रहा है. इस कला को सीखने के बाद हम लोग अगरबत्ती निर्माण कर सकेंगे. अगर हम लोग जेल से आजाद हो जाते हैं, तो इसी कला के माध्यमिक जागृति का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सकते हैं.
-प्रमोद यादव,कैदी
सभी अपराधी नहीं होते हैं, कोई गरीबी से परेशान होकर या फिर हालात के आगे बेबस होकर अपराध का बैठता है, इसलिए उनके उत्थान के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि वह बाहर जाने के बाद अपने परिवार का भरण पोषण कर सके और समाज में इज्जत से जी सकें.
-ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,जिलाधिकारी