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मऊ: अब जेल से निकलकर कैदी कर सकेंगे अपना कारोबार, जानें कैसे

उत्तर प्रदेश के मऊ में जेल के कैदियों के लिए कौशल विकास योजना आयोजन किया गया. इसके अन्तर्गत कैदियों को अगरबत्तियां बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,जिलाधिकारी
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Published : Aug 16, 2019, 9:08 PM IST

मऊ: जिले की जेल में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कौशल विकास योजना संचालित की गई. इसके तहत 70 बंदियों को 10 दिवसीय अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिलाधिकारी के मौजूदगी में कार्यशाला का उद्घाटन हुआ. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जेल में बंद कैदियों को रोजगार प्रदान करना और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है.

जेल में दी गई कैदियों को प्रशिक्षण.

कैदियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण-
राम नवल प्रजापति ने बताया कि पूर्वांचल में पहली बार इस जेल के अंदर कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें कैदी जेल के अंदर और जेल के बाहर जाकर अपने जीवन में कैसे सुधार ला सकते हैं इसे बताया जा रहा है.

हम लोगों को अगरबत्ती बनाने की कला को सिखाया जा रहा है. इस कला को सीखने के बाद हम लोग अगरबत्ती निर्माण कर सकेंगे. अगर हम लोग जेल से आजाद हो जाते हैं, तो इसी कला के माध्यमिक जागृति का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सकते हैं.
-प्रमोद यादव,कैदी

सभी अपराधी नहीं होते हैं, कोई गरीबी से परेशान होकर या फिर हालात के आगे बेबस होकर अपराध का बैठता है, इसलिए उनके उत्थान के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि वह बाहर जाने के बाद अपने परिवार का भरण पोषण कर सके और समाज में इज्जत से जी सकें.
-ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,जिलाधिकारी

मऊ: जिले की जेल में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कौशल विकास योजना संचालित की गई. इसके तहत 70 बंदियों को 10 दिवसीय अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिलाधिकारी के मौजूदगी में कार्यशाला का उद्घाटन हुआ. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जेल में बंद कैदियों को रोजगार प्रदान करना और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है.

जेल में दी गई कैदियों को प्रशिक्षण.

कैदियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण-
राम नवल प्रजापति ने बताया कि पूर्वांचल में पहली बार इस जेल के अंदर कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें कैदी जेल के अंदर और जेल के बाहर जाकर अपने जीवन में कैसे सुधार ला सकते हैं इसे बताया जा रहा है.

हम लोगों को अगरबत्ती बनाने की कला को सिखाया जा रहा है. इस कला को सीखने के बाद हम लोग अगरबत्ती निर्माण कर सकेंगे. अगर हम लोग जेल से आजाद हो जाते हैं, तो इसी कला के माध्यमिक जागृति का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सकते हैं.
-प्रमोद यादव,कैदी

सभी अपराधी नहीं होते हैं, कोई गरीबी से परेशान होकर या फिर हालात के आगे बेबस होकर अपराध का बैठता है, इसलिए उनके उत्थान के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि वह बाहर जाने के बाद अपने परिवार का भरण पोषण कर सके और समाज में इज्जत से जी सकें.
-ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,जिलाधिकारी

Intro:मऊ - मऊ जिला जेल में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा संचालित कौशल विकास योजना के तहत 70 बंदियों को 10 दिवसीय अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण कार्यशाला का जिलाधिकारी के मौजूदगी में उद्घाटन हुआ। मुख्य उद्देश्य जेल में बंद कैदियों को रोजगार प्रदान करना व समाज के मुख्यधारा में जोड़ने की कवायद में कार्यशाला का आयोजन किया गया है।


Body:प्रशिक्षण दे रहे हैं राम नवल प्रजापति ने बताया कि पूर्वांचल में पहली बार इस जेल के अंदर कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कैदी जेल के अंदर और जेल के बाहर जाकर अपने जीवन में कैसे सुधार ला सकते हैं। इसके लिए उनको प्रशिक्षित किया जा रहा है कैदी अपराध का रास्ता छोड़कर इस प्रशिक्षण के बाद कारोबार कर सकते हैं। वही प्रशिक्षण ले रहा कैदी प्रमोद यादव ने बताया कि हम लोगों को अगरबत्ती बनाने की कला को सिखाया जा रहा है। सीखने के बाद हम लोग अगरबत्ती निर्माण कर सकेंगे अगर हम लोग जेल से आजाद हो जाते हैं। तो इसी कला के माध्यमिक जागृति का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सकते हैं। इसके बाद जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि सभी अपराधी नहीं होते हैं कोई गरीबी से परेशान होकर या फिर हालात के आगे बेबस होकर अपराध का बैठता है। इसलिए उनके उत्थान के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है।ताकि वह बाहर जाने के बाद अपने परिवार का भरण पोषण कर सके और समाज में इज्जत से जी सकें।


Conclusion:गौरतलब हो कि सही बात है कि कोई जन्मजात अपराधी नहीं होता है। कुछ लोग हालात और गरीबी के आगे बेबस होकर अपराध कर बैठते हैं। जिनका खामियाजा उनके साथ उनके परिवार वालों को भुगतना पड़ता है। ऐसे में चलाए जा रहे प्रशिक्षण से ना सिर्फ उनको सुधारने का मौका मिलेगा बल्कि इज्जत दार जिंदगी जीने का एक सुनहरा मौका भी मिलेगा।

बाईट -1- राम नवल प्रजापति (प्रशिक्षण कर्ता)
बाईट-2- प्रमोद यादव (कैदी)
बाईट-3- ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी (डीएम)

वेद मिश्रा
मऊ
9415219385
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