मऊ : एक मार्च से जिले में परिषदीय विद्यालय खुलने पर विद्यालयों में एक साथ 100 दिनों का प्रेरणा ज्ञान उत्सव अभियान चलाया जाएगा. इसमें कोरोना के चलते स्कूल बंद रहने के कारण बाधित हुई पढ़ाई की भरपाई की जाएगी. बच्चों का गणित और भाषा ज्ञान जानने के लिए उनका आकलन किया जाएगा. इसके बाद छात्रों को उपचारात्मक शिक्षा देकर उन्हें गणित और भाषा में दक्ष किया जाएगा. इसके लिए सभी शिक्षकों को समृद्ध मॉड्यूल उपलब्ध कराया गया है.
कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
जिले में 1060 प्राथमिक तथा 442 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं. जिनमें 1.56 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं. कोरोना संक्रमण के चलते 2020 के मार्च माह से ही प्राथमिक विद्यालय बंद चल रहे हैं. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, लेकिन करीब 50 प्रतिशत बच्चे ही इससे जुड़ पाए हैं. जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उन्हें 'शिक्षा आपके द्वार' योजना के तहत पढ़ाया जा रहा है. इसके बाद भी कई बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है.
शासनादेश पर एक मार्च से प्राथमिक विद्यालय खुलेंगे
परिषदीय स्कूलों के खुलने के बाद 'प्रेरणा ज्ञान उत्सव' नामक 100 दिनों का विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत प्राथमिक कक्षाओं के सभी बच्चों का गणित और भाषा के ज्ञान का आकलन कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षा दी जाएगी.