मऊ: गुजरात के अहमदाबाद से 1700 में से 1205 मजदूरों का दूसरा जत्था मंगलवार देर रात श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मऊ रेलवे स्टेशन पहुंचा. मजदूरों के इस जत्थे में जिले के रहने वाले मजदूर, नौकरीपेशा, कामगार हैं. अहमदाबाद से आए हुए मजदूरों के इस दूसरे जत्थे में सभी की रेलवे स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए थर्मल स्क्रीनिंग करायी गयी.
प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले लोग गुजरात के कई जिलों में रहकर रोजी-रोटी कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में फंस गए. लॉकडाउन के चलते फंसे लोगों को भोजन और रहने की समस्या होने लगी. इसको देखते हुए सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाने का फैसला किया. इसी क्रम में गुजरात से 1700 में से 1205 मजदूरों का दूसरा जत्था मंगलवार देर रात श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मऊ पहुंचा.
काम-धंधे बंद होने से आने लगीं दिक्कतें
मधुबन विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले यात्रियों ने बताया कि वह अहमदाबाद में रहकर फैक्ट्री में काम करते थे. इस बीच जब से लॉकडाउन हुआ काम धंधे बन्द हो गए. नौकरी और पैसे की दिक्कत हो गई, इसलिए आना मजबूरी हो गया. मऊ आने वाले मजदूरों ने टिकट दिखाते हुए आरोप लगाया कि उनसे 1000 रुपये लिए गए हैं. साथ ही कहा कि उन्हें खाने-पीने की भी दिक्कतें हुई हैं.
असुविधा को लेकर रेलवे से करेंगे बातचीत
डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पूर्व में भेजी गई सूची 1700 यात्रियों की थी, लेकिन ट्रेन से आये हुए सभी 1205 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराया गयी. सभी को सैनिटाइजर, गमछा, पानी की बोतलें और भोजन का पैकेट दिया गया. यहां पर जिला प्रशासन की तरफ से सभी के लिए समुचित व्यवस्था की गई है. हालांकि मजदूरों की तरफ से असुविधा का आरोप लगाया गया तो डीएम ने कहा कि रेलवे अधिकारियों से बात करेंगे.
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