मऊ: जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार की अध्यक्षता में एएनएम एवं आशा संगिनी के साथ समीक्षा बैठक हुई. इसमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की कार्य प्रगति की समीक्षा की गई. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने एएनएम एवं आशा संगिनी को निर्धारित फॉर्मेट के आधार पर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन एवं रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती के लिए बहुत लाभदायक साबित हुई है. इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं. इस योजना को ज्यादा से ज्यादा पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं तक पहुंचाना है. जिसमें सभी की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि जनवरी 2017 से 30 सितंबर 2020 तक रानीपुर ब्लाक क्षेत्र में पहली बार गर्भवती होने वाली 4113 पात्र लाभार्थियों को लाभ दिया जा चुका है.
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक विवेक कुमार सिंह ने समस्याओं और दिक्कतों पर भी चर्चा की और उन्हें समय से पूरा करने का निर्देश दिया. कोरोना महामारी के चलते बाहर से आये प्रवासियों को शत-प्रतिशत लाभ दिलाने का निर्देश दिया गया. इस मौके पर बैठक में उपस्थित सभी लोगों को बताया गया कि इस बात का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें तथा किसी को कहीं भी पहली बार गर्भवती को पीएमएमवीवाई में पंजीकरण में कहीं कोई परेशानी आये तो हेल्पलाइन नम्बर 7998799804 पर सम्पर्क करें.
तीन किश्तों में दिये जाते हैं पांच हजार रूपये
योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पोषण के लिए पांच हजार रूपये का लाभ तीन किश्तों में दिया जाता है. पंजीकरण कराने के साथ गर्भवती को पहली किश्त के रूप में 1000 रूपये दिये जाते हैं. प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रूपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चरण का टीकाकरण पूर्ण होने पर तीसरी किश्त के रूप में 2000 दिये जाते हैं.
कैसे करें आवेदन
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर गर्भवती इस योजना के लिए पंजीकरण करा सकती हैं. इस योजना के लिए पंजीकरण कराने में आशा एएनएम और बीसीपीएम सहित बीपीएम आदि से मदद ले सकती हैं. आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड की फोटोकॉपी, बैंक या पोस्ट ऑफिस खाता की पासबुक जो आधार से लिंक हो, आधार न होने पर पहचान संबंधी अन्य विकल्प, पीचएसी या सरकारी अस्पताल से जारी स्वास्थ्य कार्ड, सरकारी विभाग/कंपनी/संस्थान से जारी कर्मचारी पहचान पत्र आदि आवश्यक है. इस बैठक में एआरओ जिरुल हशन, आईओ हरिश्चंद्र चौबे, बीपीएम पूनम सिंह, बीसीपीएम हुमैरा खातून, एचएस राम सहाय द्वारा समस्त कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए रिपोर्टिंग फॉर्मेट उपलब्ध करा हुए संवेदित किया गया है.