मऊ: लोकसभा चुनावों की उलटीगिनती शुरू हो गई है. जिसको देखते हुए चुनाव आयोगपूरे देश में चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिला स्तर पर चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण, मतदान व मतगणना केंद्रों का भी निर्धारण कर लिया गया है. जनपद मऊ में नगर क्षेत्र के बलिया मोड़ स्थित नवीन उप मंडी स्थल को मतगणना व प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जाना है. जिसके लिए मंडी को दो महीने तक खाली करने को कहा जा रहा है.
मतगणना केन्द्र के लिए मंडी चिन्हित, व्यापारियों की परेशानी बढ़ी - u p news
लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिला स्तर पर चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण, मतदान व मतगणना केंद्रों का भी निर्धारण कर लिया गया है. जिले में मतगणना के लिए नवीन उपमंडी स्थल को चुना गया है.
बिना किसी नोटिस के मंडी खाली करने का आदेश
मऊ: लोकसभा चुनावों की उलटीगिनती शुरू हो गई है. जिसको देखते हुए चुनाव आयोगपूरे देश में चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिला स्तर पर चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण, मतदान व मतगणना केंद्रों का भी निर्धारण कर लिया गया है. जनपद मऊ में नगर क्षेत्र के बलिया मोड़ स्थित नवीन उप मंडी स्थल को मतगणना व प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जाना है. जिसके लिए मंडी को दो महीने तक खाली करने को कहा जा रहा है.
Intro:मऊ। लोकसभा चुनावों में अब गिनती के दिन ही बचे हैं. ऐसे में पूरे देश में चुनावी तैयारियां भी प्रगति पर हैं. जिला स्तर पर चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण, मतदान व मतगणना केंद्रों का भी निर्धारण कर लिया गया है. जनपद मऊ में नगर क्षेत्र के बलिया मोड़ स्थित नवीन उप मंडी स्थल को मतगणना व प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जाना है. जिसके लिए मंडी को दो महीने तक खाली करने को कहा जा रहा है.
Body:पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मंडी का निरीक्षण किया गया. मंडी से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के मंडी को खाली करने को कहा गया है. बताया गया कि यहां ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनें भी रखी जाएंगी व चुनावी प्रशिक्षण होगा. ऐसे में दो महीने तक मंडी बंद रहने से व्यापारियों के साथ ही गरीब किसानों और मजदूरों को भी परेशानी होगी. सब्जी व फल के व्यापार प्रभावित होने से बाजार में महंगाई भी बढ़ जाएगी.
ईटीवी भारत ने मंडी से जुड़े लोगों के बीच जाकर बात की. मंडी में दुकानों पर सब्जियां छांटने का काम करने वाली रीतादेवी ने बताया कि वह यहां प्रतिदिन सौ रूपए कमा लेती हैं. इन पैसों से घर का कुछ काम चल जाता है. अब चिंता सता रही है कि यदि मंडी बंद हो जाएगी तो हम लोग कहाँ जाएंगे. मजदूर राजाराम ने बताया कि उनके पास मात्र यही एक रोजगार है जिससे घर का खर्च चलाते हैं
व्यापारी बदर जमाल का कहना है कि मंडी बंद हो जाने से सबको परेशानी होगी. मंडी से बलिया के रसड़ा, सिकंदरपुर आदि क्षेत्रों में भी सब्जियां जाती हैं. राजस्व के नुकसान होने के साथ ही सब्जियां भी महंगी हो जाएंगी. एक अन्य व्यापारी रिजवान अहमद ने बताया कि मंडी से हजारों लोगों का रोजगार चलता है. यहां रोजाना कई लाख का व्यापार होता है. हमारा व्यापार न प्रभावित हो इसपर जिला प्रशासन को विचार करना चाहिए.
Conclusion:व्यापारियों और मंडी से जुड़े किसानों की मांग को लेकर फल सब्जी व्यापारी सेवा संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मामले पर विचार कर विकल्प खोजा जाएगा. यदि दूसरा विकल्प नहीं मिलता है तो वहीं पर ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी जिससे व्यापार न प्रभावित हो.
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Body:पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मंडी का निरीक्षण किया गया. मंडी से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के मंडी को खाली करने को कहा गया है. बताया गया कि यहां ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनें भी रखी जाएंगी व चुनावी प्रशिक्षण होगा. ऐसे में दो महीने तक मंडी बंद रहने से व्यापारियों के साथ ही गरीब किसानों और मजदूरों को भी परेशानी होगी. सब्जी व फल के व्यापार प्रभावित होने से बाजार में महंगाई भी बढ़ जाएगी.
ईटीवी भारत ने मंडी से जुड़े लोगों के बीच जाकर बात की. मंडी में दुकानों पर सब्जियां छांटने का काम करने वाली रीतादेवी ने बताया कि वह यहां प्रतिदिन सौ रूपए कमा लेती हैं. इन पैसों से घर का कुछ काम चल जाता है. अब चिंता सता रही है कि यदि मंडी बंद हो जाएगी तो हम लोग कहाँ जाएंगे. मजदूर राजाराम ने बताया कि उनके पास मात्र यही एक रोजगार है जिससे घर का खर्च चलाते हैं
व्यापारी बदर जमाल का कहना है कि मंडी बंद हो जाने से सबको परेशानी होगी. मंडी से बलिया के रसड़ा, सिकंदरपुर आदि क्षेत्रों में भी सब्जियां जाती हैं. राजस्व के नुकसान होने के साथ ही सब्जियां भी महंगी हो जाएंगी. एक अन्य व्यापारी रिजवान अहमद ने बताया कि मंडी से हजारों लोगों का रोजगार चलता है. यहां रोजाना कई लाख का व्यापार होता है. हमारा व्यापार न प्रभावित हो इसपर जिला प्रशासन को विचार करना चाहिए.
Conclusion:व्यापारियों और मंडी से जुड़े किसानों की मांग को लेकर फल सब्जी व्यापारी सेवा संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मामले पर विचार कर विकल्प खोजा जाएगा. यदि दूसरा विकल्प नहीं मिलता है तो वहीं पर ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी जिससे व्यापार न प्रभावित हो.
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