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एक करोड़ रुपये के गबन मामले में लेखपाल गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी तहसील में तैनात लेखपाल मोहम्मद फरीद को एक करोड़ रुपए के सरकारी गबन मामले में आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी की टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेखपाल की गिरफ्तारी की सूचना जैसे ही तहसील में तैनात अन्य लेखपालों को लगी तहसील में हड़कंप मच गया.

लेखपाल गिरफ्तार
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Published : Feb 21, 2021, 10:40 PM IST

मऊ : आप को बता दें कि साल 2016-17 में सड़क निर्माण के दौरान जमीन अधिग्रण के दौरान एक करोड़ से अधिक की सरकारी राशि का गबन किया गया था. इस मामले में आरोपी लेखपाल को आर्थिक अपराध की वाराणसी शाखा ने गिरफ्तार किया है.

लेखपाल गिरफ्तार
लेखपाल गिरफ्तार

फर्जी दस्तावेज के जरिए हुई धांधली

दरअसल, जिले के एनएच-29 को फोरलेन बनाए जाने का काम शुरू हुआ था. फोरलेन में आने वाली जमीनों के अधिग्रहण के दौरान, घोसी तहसील के हेमाई गांव के ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल की जमीन भी अधिग्रहित हुई थी. जिसमें सरकारी धन एक करोड़ 1 एक लाख 712 रुपए का भुगतान प्रबंधक के नाम पर स्कूल के अकाउंट में हुआ. मामले में बबलू मौर्या पुत्र राजेंद्र मोर्य निवासी गांव जमीन फरीदा थाना कंधरापुर जनपद आजमगढ़ ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल का फर्जी प्रबंधक बना. फिर वर्ष 2017 में कॉरपोरेशन बैंक मऊ शाखा में कूट रचित दस्तावेज केवाईसी के आधार पर एकल चालू खाता खुलवाई. उसके बाद सरकारी धनराशि एक करोड़ एक लाख 712 रुपये मिलीभगत कर प्राप्त कर लिया.

2018 में गिरफ्तार हुआ था एक शख्स

इस घटना में 22 फरवरी 2018 को कॉरपोरेशन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक दीपक सुमन के द्वारा घोसी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसके बाद घोसी पुलिस नामजद अभियुक्त बबलू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन ने इस अभियोग की जांच विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी को आवंटित कर दिया. विवेचक ने मौखिक एवं लिखित साक्ष्य संकलन के पश्चात इस अभियोग में अभियुक्त बबलू मौर्या के साथ-साथ लेखपाल मोहम्मद फरीद पुत्र शुम्बा ग्राम भगवा थाना खानपुर जनपद गाजीपुर एवं अन्य की संलिप्तता भी इस अभियोग में पायी है. आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन ईओडब्ल्यू वाराणसी के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार के निर्देशन में पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा की टीम ने घटना में संलिप्त लेखपाल मोहम्मद फरीद को सराय लखंसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया है. लेखपाल के ऊपर फर्जी प्रबंधक की जांच पड़ताल कर सरकारी धन को दिलाने में मदद करने का आरोप है.

पूरे मामले में लेखपाल मोहम्मद फरीद में ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा सभी कागजातों का सत्यापन किया गया था, जिसके आधार पर सरकारी धन का भूगतान किया गया. आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन इंस्पेक्टर सुनील वर्मा ने बताया कि मऊ जनपद के घोसी तहसील में तैनात लेखपाल मोहम्मद फरीद को सरकारी धन के दुरुपयोग के गबन मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.

मऊ : आप को बता दें कि साल 2016-17 में सड़क निर्माण के दौरान जमीन अधिग्रण के दौरान एक करोड़ से अधिक की सरकारी राशि का गबन किया गया था. इस मामले में आरोपी लेखपाल को आर्थिक अपराध की वाराणसी शाखा ने गिरफ्तार किया है.

लेखपाल गिरफ्तार
लेखपाल गिरफ्तार

फर्जी दस्तावेज के जरिए हुई धांधली

दरअसल, जिले के एनएच-29 को फोरलेन बनाए जाने का काम शुरू हुआ था. फोरलेन में आने वाली जमीनों के अधिग्रहण के दौरान, घोसी तहसील के हेमाई गांव के ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल की जमीन भी अधिग्रहित हुई थी. जिसमें सरकारी धन एक करोड़ 1 एक लाख 712 रुपए का भुगतान प्रबंधक के नाम पर स्कूल के अकाउंट में हुआ. मामले में बबलू मौर्या पुत्र राजेंद्र मोर्य निवासी गांव जमीन फरीदा थाना कंधरापुर जनपद आजमगढ़ ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल का फर्जी प्रबंधक बना. फिर वर्ष 2017 में कॉरपोरेशन बैंक मऊ शाखा में कूट रचित दस्तावेज केवाईसी के आधार पर एकल चालू खाता खुलवाई. उसके बाद सरकारी धनराशि एक करोड़ एक लाख 712 रुपये मिलीभगत कर प्राप्त कर लिया.

2018 में गिरफ्तार हुआ था एक शख्स

इस घटना में 22 फरवरी 2018 को कॉरपोरेशन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक दीपक सुमन के द्वारा घोसी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसके बाद घोसी पुलिस नामजद अभियुक्त बबलू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन ने इस अभियोग की जांच विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी को आवंटित कर दिया. विवेचक ने मौखिक एवं लिखित साक्ष्य संकलन के पश्चात इस अभियोग में अभियुक्त बबलू मौर्या के साथ-साथ लेखपाल मोहम्मद फरीद पुत्र शुम्बा ग्राम भगवा थाना खानपुर जनपद गाजीपुर एवं अन्य की संलिप्तता भी इस अभियोग में पायी है. आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन ईओडब्ल्यू वाराणसी के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार के निर्देशन में पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा की टीम ने घटना में संलिप्त लेखपाल मोहम्मद फरीद को सराय लखंसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया है. लेखपाल के ऊपर फर्जी प्रबंधक की जांच पड़ताल कर सरकारी धन को दिलाने में मदद करने का आरोप है.

पूरे मामले में लेखपाल मोहम्मद फरीद में ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा सभी कागजातों का सत्यापन किया गया था, जिसके आधार पर सरकारी धन का भूगतान किया गया. आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन इंस्पेक्टर सुनील वर्मा ने बताया कि मऊ जनपद के घोसी तहसील में तैनात लेखपाल मोहम्मद फरीद को सरकारी धन के दुरुपयोग के गबन मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.

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