मऊ: जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत हत्याकांड में शामिल रहे सुनील राठी गैंग के शूटर राजेश तोमर की दिल्ली में नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद लखनऊ की पूर्वी जोन पुलिस ने गुरुवार को उसे रिमांड पर ले लिया. कोर्ट ने उसकी रिमांड 20 घंटे के लिए मंजूर की है. विभूतिखंड एसओ चंद्र शेखर सिंह ने रिमांड के दौरान उससे पूछताछ की. इस दौरान एडीसीपी सैयद कासिम आब्दी, एसीपी प्रवीण मलिक भी मौजूद थे.
बाइक से अंकुर और बंधन ले गए थे वारदात स्थल पर
पूछताछ के दौरान शातिर राजेश तोमर ने बताया कि उसे बाइक पर बैठाकर अंकुर और बंधन वारदात स्थल पर ले गए थे. गोली लगने के बाद वह चलने के लायक नहीं रहा, तो पहले मुस्तफा ने उसे ठिकाने तक ले जाने की कोशिश की थी. जब वह बाइक पर नहीं बैठ सका तो रवि ने बाइक संभाली और उसे बीच में बैठाया. उसके पीछे संदीप बैठा था. इसके बाद दोनों उसे लेकर कमता बस स्टैंड पहुंचे. वहां अंकुर अपने साथी बंधन के साथ लाल रंग की डस्टर लेकर आ गया. वहां से सभी लोग डॉक्टर के पास चले गए. उसकी हालत गंभीर थी. इसके चलते उसे सुलतानपुर में निजी अस्पताल में ले जाया गया. वहां डेढ़ दिन तक राजेश का इलाज चला. वहां से वह अलीगढ़ के लिए रवाना हो गया. वह कुछ दिन ससुराल में रहने बाद दिल्ली चला गया था.
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फेसबुक के जरिए पहुंचाई गई अजीत की फोटो
राजेश ने बताया कि वह अजीत को नहीं पहचानता था. राठी ने यह काम करने के लिए उससे कहा था. बाद में अजीत की फोटो उस तक फेसबुक के जरिए पहुंचाई गई. लखनऊ पहुंचा तो एनकाउंटर में मारे गए शूटर गिरधारी ने उसे अजीत को रास्ते से हटाने के लिए स्वचालित पिस्टल दे दी थी.
शुक्रवार शाम तक हुई पूछताछ
पुलिस राजेश तोमर से शुक्रवार शाम तक पुलिस पूछताछ करेगी. रिमांड अवधि खत्म होने के बाद दिन ही दिन उसे जेल पहुंचा दिया जाएगा. पुलिस बाकी बचे घंटों में यह जरूर जानना चाहेगी कि उसने किस-किस से मुलाकात की थी. वह कौन लोग थे. इसके अलावा पुलिस उनके ठिकानों के बारे में जरूर जानकारी लेना चाहेगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना के दौरान साथ रहे शूटरों के पते ठिकाने राजेश को जरूर पता होंगे.