मऊ: यूपी विधानसभा के उपचुनाव (UP Assembly Election 2022) में विधायक बने विजय राजभर (Vijay Rajbhar) मऊ जनपद के सबसे युवा विधायक हैं. घोसी से भाजपा विधायक फागू चौहान (Fagu Chauhan) को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद पार्टी ने इस सीट को अपने सम्मान का विषय बनाते हुए पूरे दमखम के साथ यहां चुनाव लड़ी और सब्जी बेचने वाले के बेटे को मैदान में उतारा.
युवा चेहरे को मौका देने के साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी यहां प्रचार के लिए आए थे. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि पार्टी के लिए यह सीट कितना अहमियत रखती है. वहीं, सपा समर्थित सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) को पटखनी देकर उपचुनाव में विजयी हुए विजय राजभर क्षेत्र में अपने काम को जाने जाते हैं. ऐसे में मात्र 2 वर्ष के कार्यकाल में विजय राजभर ने जो काम किया है, उस पर सबकी नजर बनी हुई है.
आपको बता दें कि भाजपा विधायक ने महज दो हजार वोटों से सपा प्रत्याशी को पराजित किया था. वहीं, सुधाकर सिंह सपा के दिग्गज नेता होने के साथ ही दो बार यहां से विधायक रह चुके हैं.
इसे भी पढ़ें - बोले अखिलेश यादव, भाजपा में टूट का कारण बन रहा किसान आंदोलन
इधर, ई-टीवी भारत से बात करते हुए भाजपा विधायक विजय राजभर ने कहा कि उन्हें काम को केवल दो वर्ष का समय मिला और वो भी उस दौरान जब देश में महामारी का समय चल रहा है. इसके बावजूद मैंने जो काम किया है, शायद पहले किसी ने नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के अलावा जनपद की समस्याओं को भी लेकर गंभीरता से लेता हूं और जनपद के सर्वांगीण विकास को अग्रसर हूं. आगे उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री को दिया गया है, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में भी काम हो.
विधायक ने कहा कि भेल ही वे घोसी विधानसभा से विधायक हैं, लेकिन सदर विधानसभा क्षेत्र में निवास होने के कारण उन्हें दोनों विधानसभाओं के लोगों की समस्या से अवगत होना पड़ता है.
क्योंकि सदर से बाहुबली मुख्तार अंसारी विधायक हैं, जो 16 सालों से जेल में बंद हैं. उन्होंने कहा कि मुझे दो विधानसभा के लोगों के बीच रहने का मौका मिला है, जिसको मैं अपना सौभाग्य समझता हूं. लेकिन सदर विधानसभा के लिए दुर्भाग्य यह है कि मुख्तार अंसारी यहां से 5 बार विधायक हैं.
अब जो व्यक्ति जेल में रहेगा तो जनता के लिए क्या काम करेगा. इस बार सदर विधानसभा से मुख्तार अंसारी की विदाई तय है. जनता योगी-मोदी के विकास से भाजपा के विधायक को चुनेगी.
वहीं, विधायक विजय राजभर जिस जाति से आते हैं, उसका पूर्वांचल की राजनीति में प्रभाव है. ऐसे में राजभर वोट को आकर्षित करने को सभी पार्टियां अभी से ही प्रयासरत हैं. लेकिन सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर अपना विशेष प्रभाव रखते हैं. विजय राजभर से जब राजभर जाति के विकास और ओमप्रकाश राजभर के विषय मे पूछा गया तो उन्होंने कि हमारा समाज आज भी बहुत पिछड़ा है.
इसके विकास के लिए काम किया जा रहा है. लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है. इसमे कोई संदेह नहीं है कि ओमप्रकाश राजभर हमारे समाज के बड़े नेता हैं और उन्हें पुनः भाजपा में आना चाहिए.