मऊ: जिले के कोपागंज ब्लॉक में तैनात एक महिला ग्राम विकास अधिकारी ने फातिमा चौराहे पर जमकर हंगामा किया. एसडीएम सदर अतुल वत्स ने महिला ग्राम विकास अधिकारी की गाड़ी रूकवाई थी, जिसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया. महिला अधिकारी ने एसडीएम सदर पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
दरअसल, एसडीएम सदर अतुल वत्स ने एक महिला ग्राम विकास अधिकारी सपना सिंह की कार को यह कहते हुए रूकवा दिया कि इतनी तेज गति से कार क्यों चला रही हो. आपकी गाड़ी से पीछे एक बुजुर्ग व्यक्ति को धक्का लग गया है, जिससे वह घायल भी हो गया है. इसी बीच कुछ पत्रकार मौके पर पहुंच गये और वीडियो बनाने लगे. इसके बाद ग्राम विकास अधिकारी सपना सिंह ने पत्रकारों की माइक आईडी और कैमरा छीनकर अपनी कार में रख लिया. वहीं पत्रकारों की माइक आईडी सपना सिंह अपने साथ लेकर चली गईं, जिसको लेकर पत्रकार मुकदमा दर्ज कराने कोतवाली पहुंच गए. हालांकि कुछ वरिष्ठ पत्रकारों की सलाह पर मुकदमा नहीं दर्ज कराया गया. काफी समय बाद सपना सिंह ने पत्रकारों की माइक आईडी दे दी.
इस मामले में सपना सिंह ने अपने शरीर पर नाखून के निशान और फटे कपड़े दिखाकर एसडीएम अतुल वत्स पर आरोप लगाए कि एसडीएम ने गाड़ी चेक करने के नाम पर गाड़ी से खींचकर मुझे बाहर निकाला, जिससे मेरे कपड़े फट गए. सपना सिंह ने शरीर पर नाखून के निशान भी दिखाए. इस बात की शिकायत सपना सिंह ने एसपी से लेकर डीएम और शासन तक कर दी है.
एसडीएम सदर का बयान
एसडीएम सदर ने बताया कि मैं ऑफिस से निकलकर ज्यों ही गाजीपुर तिराहे तक पहुंचा. मैंने देखा कि एक कार एक साइकिल सवार को धक्का मारते हुए जा रही है. मैंने फातिमा चौराहे के पास कार को ओवरटेक कर रूकवाया. मैंने कहा कि आपकी गाड़ी से एक साइकिल सवार घायल हो गया है, आप किस तरह गाड़ी चला रही हैं. इस बीच महिला ड्राइवर मेरे ऊपर भड़क गई और हम लोगों के बीच अभी बात हो ही रही थी कि कुछ पत्रकार भी मौके पर पहुंच गए और वीडियो बनाने लगे. वीडियो बनाता देख महिला सपना सिंह पत्रकारों के ऊपर भड़क गईं और उनका कैमरा और माइक छीनने लगीं.
सपना सिंह का बयान
ग्राम विकास अधिकारी सपना सिंह का आरोप है कि गाड़ी रोक कर मुझे गाड़ी के अंदर से खींच कर निकाला गया. इस दौरान मेरे कपड़े फट गए और नाखून के निशान मेरे शरीर पर हैं. वहीं जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने सपना सिंह के शिकायत पत्र को कोतवाल को जांच के लिए भेज दिया दिया है.