मऊः वर्ष 2025 तक तक भारत को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसी दिशा में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’ अभियान का तीसरा चरण 13 जनवरी से प्रारंभ हो चुका है. यह चरण 25 जनवरी तक चलेगा. इसके लिए जिले में 12 टीम तैनात की गई हैं. इस अभियान की शुरुआत 25 दिसंबर से की गई है.
'मरीज निक्षय पोषण योजना का उठाएं लाभ'
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि तीसरे चरण में स्वास्थ्य विभाग की टीम निजी क्षेत्र के चिकित्सकों, क्लीनिक और अस्पतालों, पैथोलॉजी और फुटकर दवा विक्रेताओं के पास जा रही है. ये टीम उन लोगों से बातकर टीबी मरीजों की पूरी जानकारी प्राप्त कर रही है और उस जानकारी को निक्षय पोर्टल पर अंकित करा रही है. साथ ही इन लोगों को टीबी के मरीजों का डाटा विभाग को उपलब्ध कराने के लिये जागरूक किया जा रहा है. जिले में 01 अप्रैल 2018 के बाद से चल रही निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी रोगियों को इलाज के दौरान आधार लिंक खाते में 500 रुपये हर माह पौष्टिक आहार के लिए दिए जाते हैं. निजी क्षेत्र में इलाज करने वाले मरीज अपना पंजीकरण पोर्टल पर करा कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
'93 मरीजों की जुटाई जानकारी'
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसपी अग्रवाल ने बताया कि तृतीय चरण के अभियान के लिए कुल 12 टीमें बनाई गई हैं. यह टीमें माइक्रोप्लान के अनुसार प्रतिदिन निर्धारित तिथि में भ्रमण कर टीबी मरीजों के निजी क्षेत्रों में इलाज की सूचना प्रेषित करेंगी. अब तक सात टीमों ने 97 निजी चिकित्सकों, क्लीनिक और अस्पतालों, पैथोलॉजी एवं फुटकर दवा विक्रेताओं के यहां पहुंचकर 93 टीबी मरीजों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई है.
ये लोग कर रहे जानकारी एकत्रित
जिला पीपीएम समन्वयक जयदेश यादव द्वारा बताया गया कि अभियान में डीपीटीसी पशुपतिनाथ सिंह, प्रमोद सिंह, प्रशांत सिंह, उदय भान सिंह, अशोक यादव, बृजेश यादव, शैलेश कुमार, रमेश कुमार आदि लगे हुए हैं. .ये सभी लक्षित स्थानों पर पहुंचकर टीबी के मरीजों के बारे में जानकारी एकत्रित कर रहे हैं.