मऊ: गुरूवार शाम साबरमती एक्सप्रेस से गुजरात में फंसे 1188 मजदूर मूल जनपद मऊ पहुंचे. मजदूरों ने आरोप लगाया कि रात में रेलवे ने खिचड़ी पानी देने के बाद गुरुवार शाम तक कुछ भी खाने को नहीं दिया.
650 रुपये का लिया टिकट
यात्रियों ने बताया कि गुजरात के अहमदाबाद से 650 रुपये का टिकट लिया गया. साथ ही उसमें बस का किराया भी जोड़ा गया था. जौनपुर जिले के निवासी अभय राज सिंह ने बताया कि ट्रेन की बोगी को सील कर दिया गया था. बोगी का दरवाजा बाहर होने के नाते पानी भी नहीं खरीदा जा सकता था.
डीएम ने बांटे खाने के पैकेट
मऊ रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के स्वागत के लिए मऊ के जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व भाजपा के घोसी से विधायक विजय राजभर मौजूद रहे. यात्रियों के उतरते ही जिलाधिकारी ने सभी को लंच पैकेट, पानी के बोतल व गमछा दिए. शासन ने गैर जनपद के मजदूरों के लिए रोडवेज बस की व्यवस्था की थी.
स्क्रीनिंग के बाद भेजा गया घर
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि कुल 1188 मजदूर मऊ जिला पहुंचे हैं. सभी की थर्मल स्क्रीनिंग व मेडिकल परीक्षण कराने के बाद ही मूल जनपद भेजा गया. लगभग 294 लोग मऊ जनपद के हैं, जिन्हें होम क्वॉरंटाइन के लिए कहा गया.