मथुरा: शहीद जवान के पैतृक गांव कोई अधिकारी और विधायक न पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने यमुना एक्सप्रेसवे पर जाम लगाया. इस दौरान ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तीन दिन पूर्व असम में असम राइफल बटालियन में तैनात जितेंद्र सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. जवान का पार्थिक शरीर गुरुवार उसके पैतृक गांव जैसवान पहुंचा.
असम राइफल बटालियन में तैनात जितेंद्र सिंह की सड़क हादसे में हो गई मौत. शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवरा सुबह उसके पैतृक गांव पहुंचा, लेकिन गांव में कोई भी अधिकारी और नेता न पहुंचने पर गुस्साए लोगों ने यमुना एक्सप्रेसवे पर जाम लगाया. गुस्साए ग्रामीण मंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों को समझा-बुझाकर आधे घंटे बाद जाम खुलवाया.
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शहीद के भाई तेजवीर ने कहा कि हमारा भाई शहीद हो गया. शहीद की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मचा हुआ है. शहीद जितेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, लेकिन गांव में कोई भी अधिकारी नेता मंत्री नहीं पहुंचा. हम मांग करते हैं कि शहीद के परिजनों की मांग पूरी की जाए.