मथुराः जिले में एक महिला ने आर्थिक तंगी के चलते फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली. परिजनों की मानें तो महिला को उसके पति ने दो बच्चों के साथ छोड़ दिया था. महिला मेहनत-मजदूरी कर गुजर बसर कर रही थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही महिला की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई थी. आमदनी का जरिया न होने के कारण परेशान होकर महिला ने अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली.
पति ने बच्चों के साथ छोड़ दिया था
दरअसल वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत अल्लेपुर की रहने वाली 25 वर्षीय मुमताज की शादी आगरा के रहने वाले अनवर से हुई थी थी. शादी के बाद मुमताज को एक लड़की और एक लड़का पैदा हुए. इसके कुछ समय बाद ही मुमताज के पति ने उसे छोड़ दिया और वह अपने मायके अपने गोविंद नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत जय सिंह पुरा खादर में रहने लगी. इस बीच मुमताज इधर-उधर मजदूरी कर अपने बच्चों का पेट पालने लगी. लेकिन कुछ समय बाद गृह कलेश के चलते मुमताज को मायके से भी जाना पड़ा.
कमरे में फांसी का फंदा लगाकर दी जान
मुमताज अपनी मां मलका के साथ एक किराए के मकान में गोविंद नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत खादर में रहती थी. इस बीच लॉकडाउन लगने के कारण मुमताज का आमदनी का जरिया खत्म हो गया और मुमताज पाई-पाई के लिए परेशान होने लगी. जिसके चलते वह काफी परेशान करती थी. मुमताज की मां मंगलवार को जब अपने लड़के के यहां गई हुई थी तो मुमताज ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी तब हुई जब बुधवार की सुबह मुमताज की मां वापस पास लौटी. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा कर जांच शुरू कर दी.
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आमदनी का जरिया नहीं था
मुमताज की मलका ने बताया कि वह और उसकी बेटी अकेले किराए के मकान पर है कर गुजर-बसर कर रहे थे. आमदनी का जरिया नहीं था और हम लोग यह सोचते रहते थे कि आज चूल्हा कैसे चलेगा. इसी जद्दोजहद में हमारे दिन कट रहे थे. मैंने सोचा कि अपनी लड़के के यहां जाकर खेतों में किसी के गेहूं काट लूं ताकि कुछ गेहूं मिल जाए. इसलिए मैं अपने लड़के के यहां चली गई. लेकिन जब वापस लौट कर आई तो मेरी बेटी फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी. आर्थिक तंगी के चलते उसने अपनी जीवन लीला को खत्म कर लिया.