मथुरा: जनपद की छाता तहसील के अंतर्गत समाधान दिवस में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक शख्स ने जिलाधिकारी के जाते समय अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया. आनन-फानन में जिलाधिकारी के अंगरक्षक और पुलिसकर्मी ने उसको आत्मदाह करने से रोक लिया और उससे पेट्रोल की बोतल छीनकर फेंक दी. इसके बाद जिलाधिकारी नवनीत चहल ने पीड़ित की समस्या सुनी और उसे समझा-बुझाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया.
पीड़ित शख्स के अनुसार, कई सालों से वह न्याय के लिए दर-दर भटक रहा था और अभी तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, जिससे हताश होकर वह आत्मदाह करने की कोशिश कर रहा था. उसने बताया कि वह काफी दिनों से अपनी समस्या को लेकर परेशान है और कोई भी अधिकारी उसकी समस्या का समाधान नहीं कर रहा है, इसलिए उसने आत्मदाह करने की सोची. जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि उसकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा.
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पीड़ित ने बताया कि वह चौमुहां का रहने वाला है. न्याय न मिलने के कारण जिंदगी से परेशान होकर उसने यह फैसला लिया. वह 25 सालों से दर-दर की ठोकरें खा रहा है. उसकी जमीन पर दबंग लोगों ने कब्जा कर लिया है. दबंग उसके ही गांव के हैं. उसने इस संबंध में कई शिकायतें भी कीं, लेकिन न्याय नहीं मिला. उसने बताया कि उसे जिलाधिकारी ने कहा है कि तहसीलदार के संपर्क में रहिए, जो भी डॉक्यूमेंट हैं वह दे दीजिए. जिलाधिकारी ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
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