मथुरा: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पीएफआई छात्र विंग संगठन महासचिव रऊफ शरीफ को एसटीएफ की टीम मथुरा लेकर पहुंची. 18 फरवरी को एडीजे प्रथम कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद एसटीएफ की टीम ने आरोपी को 5 दिन की पुलिस अभिरक्षा में रखा था. इस दौरान एसटीएफ की टीम ने आरोपी को साथ लेकर प्रदेश के कई स्थानों पर छापेमारी की. रिमांड अवधि खत्म होने के बाद एसटीएफ की टीम आज आरोपी को अस्थाई जेल में दाखिल कराया.
रऊफ शरीफ को मंगलवार सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बीच एसटीएफ की टीम ने आरोपी को अस्थाई जेल में दाखिल कराया. जहां 5 दिन की पुलिस अभिरक्षा खत्म होने के बाद आरोपी को मथुरा लेकर एसटीएफ की टीम मथुरा लेकर पहुंची है.
हाथरस किशोरी कांड
हाथरस का बहुचर्चित किशोरी हत्याकांड को लेकर सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप में पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 4 सदस्य अतीकुर्रहमान, आलम ,सिद्दीकी और मसूद को पिछले साल 5 अक्टूबर जनपद के मांट टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किया था. चारों सदस्यों के पास से जस्टिस फॉर हाथरस पंपलेट लैपटॉप मोबाइल सामग्री बरामद की गई थी. जोकि हाथरस में जाकर संप्रदाय हिंसा फैलाना चाहते थे.
पूछताछ के बाद सामने आया मास्टरमाइंड का नाम
जनपद के मांट टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार सदस्यों से एसटीएफ की टीम ने सघनता से पूछताछ की थी. पीएफआई के सदस्य अतीक उर रहमान और मसूद को दंगा भड़काने की साजिश में आर्थिक मदद पहुंचाने में रऊफ शरीफ का नाम प्रकाश में आया था जोकि विदेशों से फंडिंग कराता था. गोवर्धन रोड स्थित रतन लाल फूल कटोरी कालेज परिसर में बनी कोविड-19 अस्थाई जेल में एसटीएफ की टीम ने आरोपी रऊफ शरीफ को दाखिल कराया गया.
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