मथुरा: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मी जोरों पर है. कांग्रेस पार्टी ने पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय को फर्जी दस्तावेज तैयार कर मेयर पद पर नामांकन करने का दोषी पाया है. दोषी पाए जाने पर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने राजकुमार रावत को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है.
कांग्रेस में मचा घमासानः मथुरा वृंदावन नगर निगम चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है. महापौर पद के लिए 15 अप्रैल को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय उर्फ बिट्टू भैया और राजकुमार रावत ने नामांकन पत्र दाखिल किया. जबकि बिट्टू भैया को पार्टी की तरफ से पर्चा दाखिल करने के लिए रोका गया था. लेकिन, बिट्टू भैया ने फर्जी दस्तावेज दिखाकर कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न ले लिया. कांग्रेस पार्टी की ओर से 2 घोषित प्रत्याशी होने के बाद पार्टी में घमासान मच गया.
बिट्टू भैया पार्टी से निष्कासितः निकाय चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया खत्म हो गई है. पार्टी का चुनाव चिह्न प्रत्याशियों को गया है. लेकिन, पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता श्याम सुंदर उपाध्याय उर्फ बिट्टू भैया को 2 बार नोटिस जारी किया था. इसके बाद अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
राजकुमार रावत ने ली थी सदस्यताः जनपद की गोवर्धन विधानसभा सीट से 2 बार विधायक रहे राजकुमार रावत ने पिछले दिनों लखनऊ में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी. 14 अप्रैल को पार्टी ने मथुरा वृंदावन नगर निगम महापौर पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. कांग्रेस पार्टी की ओर से राजकुमार रावत ने नामांकन पत्र दाखिल किया है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रभारी तौकीर आलम ने बताया पार्टी निकाय चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्यामसुंदर उपाध्याय को पार्टी की अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने जिला प्रशासन और भाजपा के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किया था. कांग्रेस पार्टी के महापौर पद के प्रत्याशी राजकुमार रावत को बनाया गया है. पार्टी का चुनाव चिह्न राजकुमार रावत को दिया गया है.
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