मथुरा: छाता थाना क्षेत्र में नौकरी की तलाश कर रहे एक युवक के नाम से कुछ जालसाजों ने चार राज्यों में फर्जी फर्म (fake firms opened in four states) खोलकर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया. युवक को पूरे मामले की जानकारी तब हुई, जब उसे जीएसटी विभाग का समन मिला. युवक लगातार मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर लगातार आला अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है. युवक का आरोप है कि काफी प्रयास के बाद भी आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो पा रही है. पुलिस सहयोग नहीं कर रही है.
दरअसल जनपद मथुरा के छाता थाना क्षेत्र के चंदौरी गांव के रहने वाले प्रदीप कुमार की नौकरी लगाने के नाम पर कोसीकला के रहने वाले दो युवकों ने उसके पैन कार्ड सहित अन्य कागजात ले लिए थे. आरोप है कि प्रदीप कुमार के कागजातों के आधार पर ही चार राज्यों में आरोपियों ने फर्जी फर्म खोलकर 21 करोड़ रुपये का लेनदेन किया. युवक को पूरे मामले की जानकारी तब हुई जब उसे जीएसटी विभाग मेरठ द्वारा समन भेजा गया. युवक ने बताया कि जब उसे समन मिला तो उसे पता चला कि 4 राज्यों दिल्ली, राजस्थान ,उत्तर प्रदेश और हरियाणा में उसके नाम से चार जीएसटी फर्म पंजीकृत हैं, जिनसे करोड़ों रुपये का जीएसटी और इनकम टैक्स घोटाला किया गया है.
युवक ने बताया कि वर्ष 2017 में नौकरी के लिए उसने अपने सभी दस्तावेज और लगभग 35 हजार रुपये प्रमोद और सोनू नामक युवकों को दिए थे. चूंकि युवक उसकी जान पहचान के थे, इसलिए उसने उन पर भरोसा कर लिया. कुछ समय बाद ही आरोपी युवकों ने रेलवे में संविदा में सफाई कर्मचारी की नौकरी लगवा दी.
युवक का आरोप है कि इसी बीच उसके दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए आरोपियों ने चार राज्यों में फर्जी फर्म खोलकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया है. इस संबंध में युवक ने थाने में दोनों आरोपी युवकों और फर्जी फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. लेकिन अभी तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हो पाई है, जिसके चलते पीड़ित युवक लगातार पुलिस के आला अधिकारियों का चक्कर काट रहा है.
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