मथुराः जनपद में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. गिरिराज जी की नगरी में सनातन धर्म के अनुयायियों की भीड़ लाखों की संख्या में रही. इस दौरान लोगों ने अपने गुरु की याद में 464वीं भव्य शोभायात्रा निकाली. जिसमें देश ही नहीं विदेशों से आए हुए श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया. लोगों ने ढोल, नगाड़े- बैंड- बाजा और मृदुल की धुन पर गाते हुए शोभायात्रा निकाली. इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे.
पिछले कई दशकों से चली आ रही इस परंपरा को साधु संतों ने निर्वहन करते हुए गोवर्धन में भव्य शोभायात्रा निकाली. श्याम सुंदर मंदिर से सनातन धर्म के अनुयायियों ने अपने गुरु की याद में मुड़िया पूर्णिमा की शोभायात्रा की शुरुआत की. जिसमें दूरदराज से आए विदेशी भक्तों ने भी शोभायात्रा में हरे राम, हरे कृष्णा गाते हुए शामिल हुए. मानसी गंगा पर शोभायात्रा का समापन हुआ.
गिरिराज जी की नगरी गोवर्धन में 10 जुलाई से प्रारंभ राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला जो कि गुरु पूर्णिमा पर्व के नाम से भी जाना जाता है. दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु 21 किलोमीटर की परिक्रमा लगाते हुए दान पुण्य कमाते हैं. इस सात कोसीय परिक्रमा में श्रद्धालुओं की मानव श्रृंखला दिखती है. जिसमें युवा, महिला बुजुर्ग और बच्चे परिक्रमा लगाते हुए नजर आते हैं. यहां गुरु पूर्णिमा का पर्व 15 जुलाई तक मनाया जाता है.
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राम किशन दास महाराज ने बताया कि राधा श्यामसुंदर दास जी की अनुकंपा से हर साल की भांति इस बार भी मुड़िया पूर्णिमा की शोभायात्रा कस्बे में निकाली गई. देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु मुड़िया शोभायात्रा में शामिल हुए. यहां सनातन श्रीपाद चैतन्य महाप्रभु जी की पूजा करने के लिए देश और विदेशों से भी भक्तगण पहुंचे हैं. यह 464वां शोभायात्रा कस्बे में निकाली गई.
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