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मथुरा: अहोई अष्टमी के दिन मध्यरात्रि को श्रद्दालु करते हैं इस कुंड में स्नान

उत्तर प्रदेश के मथुरा में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि के दिन गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान किया जाता है. इस दिन जो भी पत्नी अपने पति के साथ कुंड में स्नान करती हैं तो उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है.

अहोई अष्टमी को श्रद्दालु नहाते राधा कृष्ण कुंड में
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Published : Oct 21, 2019, 4:07 PM IST

मथुरा: कार्तिक माह में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन जो भी पत्नी अपने पति के साथ कुंड में स्नान करती हैं तो उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. इस राधा कुंड में दूरदराज से श्रद्धालु स्नान करने आते हैं. इसके चलते जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.

अहोई अष्टमी को श्रद्दालु नहाते राधा कृष्ण कुंड में
  • अहोई अष्टमी के कार्तिक माह 21 अक्टूबर की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान होता है.
  • दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संतान प्राप्ति के लिए स्नान करने के लिए गोवर्धन पहुंचते हैं.
  • सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है.
  • गोवर्धन में अहोई अष्टमी पर शाही स्नान को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

ब्रज में वैसे तो जगह जगह कृष्ण की लीलाओं के आज भी साक्ष्य प्रमाण मिलते हैं, लेकिन गोवर्धन के राधा कुंड में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु अहोई अष्टमी के दिन स्नान करने के लिए पहुंचते हैं.
-सुरेश चंद गोवर्धन, पंडा

मथुरा: कार्तिक माह में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन जो भी पत्नी अपने पति के साथ कुंड में स्नान करती हैं तो उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. इस राधा कुंड में दूरदराज से श्रद्धालु स्नान करने आते हैं. इसके चलते जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.

अहोई अष्टमी को श्रद्दालु नहाते राधा कृष्ण कुंड में
  • अहोई अष्टमी के कार्तिक माह 21 अक्टूबर की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान होता है.
  • दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संतान प्राप्ति के लिए स्नान करने के लिए गोवर्धन पहुंचते हैं.
  • सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है.
  • गोवर्धन में अहोई अष्टमी पर शाही स्नान को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

ब्रज में वैसे तो जगह जगह कृष्ण की लीलाओं के आज भी साक्ष्य प्रमाण मिलते हैं, लेकिन गोवर्धन के राधा कुंड में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु अहोई अष्टमी के दिन स्नान करने के लिए पहुंचते हैं.
-सुरेश चंद गोवर्धन, पंडा

Intro:मथुरा। कार्तिक माह में अहोई अष्टमी के दिन गोवर्धन के राधा कुंड में विशेष स्नान किया जाता है।संतान प्राप्ति के लिए विशेष स्नान किया जाता है ,इस दिन जो भी श्रद्धालु अपने पति के साथ कुंड में स्नान करता है तो उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को राधा कुंड में दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करते हैं जिला प्रशासन ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम।Body:अहोई अष्टमी कार्तिक माह 21 अक्टूबर की मध्यरात्रि गोवर्धन के राधा कुंड में होता है शाही स्नान, दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पुत्र प्राप्ति के लिए स्नान करने के लिए गोवर्धन पहुंचते हैं सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है। गोवर्धन में अहोई अष्टमी पर शाही स्नान को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।Conclusion: ब्रज में वैसे तो जगह जगह कृष्ण की लीलाओं के आज भी साक्ष्य प्रमाण मिलते हैं ,लेकिन गोवर्धन के राधा कुंड में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को स्नान करने से पुत्र की प्राप्ति होती है देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु अहोई अष्टमी के दिन स्नान करने के लिए पहुंचते हैं। बताया जाता है कि राधा जी का आशीर्वाद है अघोरी अष्टमी की मध्यरात्रि 12:00 बजे पति पत्नी एक साथ इस कुंड में स्नान करेंगे तो पुत्र की प्राप्ति होगी।

वाइट सुरेश चंद गोवर्धन पंडा
वाइट विदेशी श्रद्धालु



Mathura reporter
Praveen sharma
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