मथुरा: कार्तिक माह में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन जो भी पत्नी अपने पति के साथ कुंड में स्नान करती हैं तो उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. इस राधा कुंड में दूरदराज से श्रद्धालु स्नान करने आते हैं. इसके चलते जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.
- अहोई अष्टमी के कार्तिक माह 21 अक्टूबर की मध्यरात्रि को गोवर्धन के राधा कुंड में शाही स्नान होता है.
- दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संतान प्राप्ति के लिए स्नान करने के लिए गोवर्धन पहुंचते हैं.
- सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है.
- गोवर्धन में अहोई अष्टमी पर शाही स्नान को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
ब्रज में वैसे तो जगह जगह कृष्ण की लीलाओं के आज भी साक्ष्य प्रमाण मिलते हैं, लेकिन गोवर्धन के राधा कुंड में अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को स्नान करने से संतान की प्राप्ति होती है. देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु अहोई अष्टमी के दिन स्नान करने के लिए पहुंचते हैं.
-सुरेश चंद गोवर्धन, पंडा