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बरसाना में धूमधाम से मनाई जाएगी राधाअष्टमी, जानिए शुभ मुहूर्त

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Published : Sep 13, 2021, 10:29 AM IST

बरसाना में नटखट कान्हा के जन्म उत्सव के 15 दिन बाद राधा रानी का जन्म उत्सव मनाया जाता है, जिसको लेकर मथुरा प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं लगभग पूरी कर ली गई है. चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. राधा अष्टमी तिथि 13 सितंबर दोपहर 3:10 से शुरू होगी, जो कि 14 सितंबर की दोपहर 1 बचकर 9 मिनट तक रहेगी.

राधाअष्टमी
राधाअष्टमी

मथुरा : कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का त्यौहार भी मथुरा के बरसाना में धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का भी विशेष महत्व है .कहते हैं कि राधा अष्टमी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है. बरसाना में नटखट कान्हा के जन्म उत्सव के 15 दिन बाद राधा रानी का जन्म उत्सव मनाया जाता है, जिसको लेकर मथुरा प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं लगभग पूरी कर ली गई है. चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, सुरक्षा के और श्रद्धालु भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, तो वही कई जोन के अंदर और सेक्टर के अंदर बरसाना को बांटा गया है.

प्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती
जब-जब भगवान कृष्ण का नाम लिया जाता है तब तब राधा का नाम अपने आप ही ले लिया जाता है. यह दो नाम एक साथ हमेशा के लिए साथ जुड़ गए हैं. कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद ही राधा अष्टमी का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाया जाता है. भाद्रपद की अष्टमी के दिन राधा अष्टमी मनाई जा रही है, ऐसा माना जाता है कि राधा रानी के बिना श्री कृष्ण की पूजा अधूरी रह जाती है. जब जब भगवान श्री कृष्ण का नाम लिया जाता है तब तब राधा रानी का नाम साथ में लिया जाता है.

राधा अष्टमी व्रत शुभ मुहूर्त (Radha Ashtami Shubh Muhurat)

  • राधा जन्माष्टमी 2021- 14 सितंबर 2021, मंगलवार,
  • अष्टमी तिथि प्रारंभ: 13 सितंबर 2021 दोपहर 03:10 बजे
  • अष्टमी तिथि समाप्त: 14 सितंबर 2021 दोपहर 01:09 बजे

कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही पूरे मथुरा में विशेषकर बरसाना में राधा अष्टमी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है जानकारों के अनुसार राधा अष्टमी तिथि 13 सितंबर दोपहर 3:10 से शुरू होगी, जो कि 14 सितंबर की दोपहर 1 बचकर 9 मिनट तक रहेगी. राधा अष्टमी के दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रखकर राधा रानी की पूजा करती है. राधा अष्टमी की पूजा सभी दुखों को दूर करने वाली मानी गई हैं, मान्यता है कि राधा अष्टमी का व्रत सभी प्रकार के पापों को भी नष्ट करता है. इस दिन पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है तथा भगवान श्री कृष्ण का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस व्रत को रखने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. साथ ही जीवन में आने वाली धन की समस्या की भी दूर होती है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि राधा अष्टमी का पावन पर्व यहां बरसाना में प्रसिद्ध लाडली जी के मंदिर में मनाया जाना है. इसको लेकर के सुरक्षा और प्रशासन की जो व्यवस्थाएं हैं उसके लिए ब्रीफिंग का कार्यक्रम संपन्न हुआ है. जिलाधिकारी के द्वारा सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों के बारे में बताया गया है और उनसे फीडबैक लिया गया है. जिनकी ड्यूटी लगाई गई है वह सुबह से ड्यूटी अपने-अपने स्थान पर करना शुरू कर देंगे.

ट्रैफिक के लिए बृहद प्लान बनाया गया है, जो भी अप्रोच रोड है वहां पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. बैरियर लगाए गए हैं. पैदल ही दर्शनार्थी और श्रद्धालु आएंगे, मंदिर पर दिन और रात की अलग-अलग ड्यूटियां लगाई गई है, ताकि दर्शनार्थी अच्छे से दर्शन कर सकें. कुल 3 जोन बनाए गए हैं, जिसमें से 7 सेक्टर बनाए गए हैं. इसमें ट्रैफिक, कस्बे और मंदिर प्रांगण है शामिल है. भारी संख्या में पुलिस बल और गजेटेड ऑफिसर यहां लगाए गए हैं. पीएसी की भी ड्यूटी यहां पर लगाई गई है.

मथुरा : कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का त्यौहार भी मथुरा के बरसाना में धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का भी विशेष महत्व है .कहते हैं कि राधा अष्टमी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है. बरसाना में नटखट कान्हा के जन्म उत्सव के 15 दिन बाद राधा रानी का जन्म उत्सव मनाया जाता है, जिसको लेकर मथुरा प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं लगभग पूरी कर ली गई है. चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, सुरक्षा के और श्रद्धालु भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, तो वही कई जोन के अंदर और सेक्टर के अंदर बरसाना को बांटा गया है.

प्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती
जब-जब भगवान कृष्ण का नाम लिया जाता है तब तब राधा का नाम अपने आप ही ले लिया जाता है. यह दो नाम एक साथ हमेशा के लिए साथ जुड़ गए हैं. कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद ही राधा अष्टमी का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाया जाता है. भाद्रपद की अष्टमी के दिन राधा अष्टमी मनाई जा रही है, ऐसा माना जाता है कि राधा रानी के बिना श्री कृष्ण की पूजा अधूरी रह जाती है. जब जब भगवान श्री कृष्ण का नाम लिया जाता है तब तब राधा रानी का नाम साथ में लिया जाता है.

राधा अष्टमी व्रत शुभ मुहूर्त (Radha Ashtami Shubh Muhurat)

  • राधा जन्माष्टमी 2021- 14 सितंबर 2021, मंगलवार,
  • अष्टमी तिथि प्रारंभ: 13 सितंबर 2021 दोपहर 03:10 बजे
  • अष्टमी तिथि समाप्त: 14 सितंबर 2021 दोपहर 01:09 बजे

कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही पूरे मथुरा में विशेषकर बरसाना में राधा अष्टमी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है जानकारों के अनुसार राधा अष्टमी तिथि 13 सितंबर दोपहर 3:10 से शुरू होगी, जो कि 14 सितंबर की दोपहर 1 बचकर 9 मिनट तक रहेगी. राधा अष्टमी के दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रखकर राधा रानी की पूजा करती है. राधा अष्टमी की पूजा सभी दुखों को दूर करने वाली मानी गई हैं, मान्यता है कि राधा अष्टमी का व्रत सभी प्रकार के पापों को भी नष्ट करता है. इस दिन पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है तथा भगवान श्री कृष्ण का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस व्रत को रखने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. साथ ही जीवन में आने वाली धन की समस्या की भी दूर होती है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि राधा अष्टमी का पावन पर्व यहां बरसाना में प्रसिद्ध लाडली जी के मंदिर में मनाया जाना है. इसको लेकर के सुरक्षा और प्रशासन की जो व्यवस्थाएं हैं उसके लिए ब्रीफिंग का कार्यक्रम संपन्न हुआ है. जिलाधिकारी के द्वारा सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों के बारे में बताया गया है और उनसे फीडबैक लिया गया है. जिनकी ड्यूटी लगाई गई है वह सुबह से ड्यूटी अपने-अपने स्थान पर करना शुरू कर देंगे.

ट्रैफिक के लिए बृहद प्लान बनाया गया है, जो भी अप्रोच रोड है वहां पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. बैरियर लगाए गए हैं. पैदल ही दर्शनार्थी और श्रद्धालु आएंगे, मंदिर पर दिन और रात की अलग-अलग ड्यूटियां लगाई गई है, ताकि दर्शनार्थी अच्छे से दर्शन कर सकें. कुल 3 जोन बनाए गए हैं, जिसमें से 7 सेक्टर बनाए गए हैं. इसमें ट्रैफिक, कस्बे और मंदिर प्रांगण है शामिल है. भारी संख्या में पुलिस बल और गजेटेड ऑफिसर यहां लगाए गए हैं. पीएसी की भी ड्यूटी यहां पर लगाई गई है.

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