मथुरा: जिले के छाता थाना क्षेत्र के अंतर्गत ईदगाह के पास रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी को तीन युवकों द्वारा दो मंजिल मकान से फेंके जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. जिसको लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा मामले को लेकर टिप्पणी की जा रही है. इसी क्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इस मामले को लेकर ट्वीट किया गया है.
प्रियंका गांधी ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ ऐसे अपराध हो रहे हैं कि रूह कांप जाए लेकिन, सरकार सो रही है. मथुरा में 1 साल से लड़की को परेशान कर रहे गुंडों ने घर में घुसकर उसे छत से फेंक दिया. जंगलराज में महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है.
दरअसल छाता थाना क्षेत्र के अंतर्गत ईदगाह के पास रहने वाले प्रेमपाल सिंह की 17 वर्षीय किशोरी ब्रज लता को तीन युवकों ने घर में घुसकर पूरे परिवार के साथ मारपीट करते हुए दो मंजिला मकान से नीचे फेंक दिया गया था. जिसके चलते किशोरी गंभीर रूप से घायल हो गई और उसकी रीढ़ की हड्डी भी टूट गई. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी युवकों में से दो युवकों को गिरफ्तार भी कर लिया गया. जानकारी के मुताबिक तीनों युवक पिछले 1 साल से लगातार किशोरी को परेशान किया जा रहा था. सोमवार की देर शाम युवकों ने किशोरी के पिता के नंबर पर फोन कर के उनसे उनका नाम और पता लिया था. जिसके बाद तीनों युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर किशोरी के घर पहुंच गए थे. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है, जिसमें देखा जा सकता है कि तीन युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आते हैं और उसके कुछ देर बाद एक किशोरी छत से नीचे गिरती हुई दिखाई देती है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि सोमवार की रात्रि को थाना छाता की कसवा में एक घटना हुई थी. घरवालों के मुताबिक जो युवक आए थे उनके द्वारा 17 वर्षीय बालिका को फेंका गया था. बालिका को गंभीर चोटें आई हैं. इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जिसमें दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बालिका का इलाज चल रहा है. डॉक्टर से लगातार हम संपर्क में हैं. जैसे ही बालिका अपना पूरा बयान दर्ज कराने की स्थिति में होगी और जानकारियां प्राप्त करके अतिशीघ्र घटना का सही अनावरण किया जाएगा. दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई भी की जाएगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार सत्ता संघर्ष में व्यस्त है, जबकि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रही अपराध की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. योगी सरकार इतनी आत्ममुग्ध है कि प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़े अपराध पर केंद्रीय संस्थान एनसीआरबी द्वारा दिए गए आंकड़ों को भी नकार दे रही है. वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश में एनसीआरबी यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक हर दो घंटे में एक बलात्कार की घटना को रिपोर्ट किया जाता है, जबकि बच्चों के खिलाफ बलात्कार का मामला हर 90 मिनट में रिपोर्ट हुआ है. एनसीआरबी के मुताबिक साल 2018 में उत्तर प्रदेश में बलात्कार पर कुल 4322 मामले दर्ज हुए थे. इसका सीधा मतलब है कि हर रोज करीब 12 बलात्कार के मामले हो रहे थे. वर्ष 2018 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 59,445 मामले दर्ज किए गए, जिसका अर्थ है कि हर रोज महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के मामले 162 रिपोर्ट किए गए जो कि साल 2017 के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हैं. आंकड़े ही नहीं अगर पिछले दो दिनों की खबरों को भी आधार माना जाए तो उत्तर प्रदेश अपराध प्रदेश बन चुका है.
उन्होंने कहा कि बहराइच में दो साल की बच्ची से बलात्कार की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. लखीमपुर में भी नाबालिग दलित बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी जाती है. आगरा में एक महिला के साथ पूर्व प्रधान सहित चार लोगों ने ट्यूबवेल पर गैंगरेप किया और थाने में शिकायत दर्ज कराने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जिसके चलते परिवार पलायन को मजबूर हो गया है. उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों के साथ हैं, इसलिए महिलाएं अपराध सहने के लिए मजबूर हैं.