मथुरा: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है. इस बीच अपने-अपने घरों के लिए लोग किसी भी तरह से पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा 21 दिनों के लिए भारत में लॉकडाउन कर दिया है, जिसके चलते लोगों का घरों से निकलना बंद हो गया है. वहीं जो लोग बीच में लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं, वे लोग किसी भी तरह अपने घर जाने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ लोग तो कई-कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर तक का सफर तय कर रहे हैं. कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपने घरों तक पहुंच रहे हैं.
वाहनों पर लोग भरकर सफर कर रहे हैं. लोगों को अपनी जान की परवाह भी नहीं है कि ओवरलोड होने के कारण वाहन सड़क हादसे का भी शिकार हो सकता है. वहीं प्रशासन भी इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है. क्षेत्र अधिकारी रिफाइनरी से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण लोग किसी भी तरह से अपने घर पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं.
उच्च अधिकारियों के आदेश पर मथुरा की सारी सीमाएं सील कर दी गई हैं. हमारे द्वारा जगह-जगह भ्रमण किया जा रहा है और भ्रमण करने के दौरान जो भी व्यक्ति बाहर का यात्री है जो मजदूर वर्ग है जो लगातार अपने घरों की तरफ पलायन कर रहा है, उन लोगों को सभी थाना क्षेत्रों में जो अस्थाई रूप से जो रैन बसेरे बनाए गए हैं, वहीं रुकवाने की और उनके रहने और खाने की व्यवस्था करवा रहे हैं. कुछ ऐसे प्रकरण हम लोगों के संज्ञान में आए हैं कि लोग ओवरलोड वाहन में सफर कर रहे हैं. ऐसे लोगों को अस्थाई रैन बसेरों में रोककर खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है.
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