मथुरा: सरकारी विभागों से सेवानिवृत्त हुए पेंशन धारकों को ठगी का शिकार बनाने के लिए कॉल आ रही है. खाते की जानकारी होने के बाद खाता धारक के खाते से लाखों रुपये की नगदी निकाल ली जाती है. दरअसल, कोषागार की तरफ से वेरीफाई करने के लिए पेंशन धारकों के पास कोई फोन कॉल नहीं की जाती है. ऐसे में पेंशन धारकों को सचेत रहने की सलाह दी जा रही है.
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ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे पेंशन धारक
ऑनलाइन ठगी करने वालों ने अपना तरीका बदल दिया है. ठगी करने वाले केवल उन्हीं लोगों को शिकार बनाते हैं, जो उनके जाल में आसानी से फंस जाते हैं. सरकारी विभागों से सेवानिवृत्त हुए पेंशन धारकों से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह फोन कॉल करते हैं. खाते की पूरी जानकारी मिलते ही पेंशन धारक के अकाउंट से लाखों रुपये की नकदी एक बार में साफ कर ली जाती है.
मथुरा वरिष्ठ कोषागार की अपील
जनपद में 16 हजार से ज्यादा सरकारी विभागों से सेवानिवृत्त हुए पेंशन धारक हैं. जिन्हें हर महीने सरकारी पेंशन दी जाती है. साल में केवल एक बार पेंशन धारकों को वरिष्ठ कोषागार कार्यालय आना पड़ता है. व्यक्तिगत जानकारी देने के बाद उनकी पेंशन फिर चालू कर दी जाती है. पेंशन धारकों से अपील की जाती है कि मोबाइल फोन पर कोई भी बैंक से संबंधित जानकारी मांगी जाए तो बिल्कुल भी जानकारी शेयर ना करें. किसी भी तरह का ओटीपी नंबर ना बताएं.
लोगों को किया गया सचेत
वरिष्ठ कोषागार अधिकारी संतोष कुमार कुशवाहा ने बताया कि सरकारी विभागों से सेवानिवृत्त व पेंशन धारकों को सचेत रहने के लिए समय-समय पर विज्ञप्ति जारी की जाती है. पेंशन धारक अपने खाते की जानकारी किसी से शेयर ना करें, क्योंकि मोबाइल फोन पर मैसेज के जरिए प्रलोभन देने की बात कही जाती है. ओटीपी और बैंक जानकारी मिलने के बाद खाता धारक के खाते से पैसा निकाल लिया जाता है. पेंशन धारक के खाते से ऑनलाइन ठगी होने की जानकारी पेंशन धारकों से मिलती है, इसलिए पेंशन धारकों सचेत रहने की सलाह दी जाती है.