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मथुरा: जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा हैं कैदी, शासन को लिखा गया पत्र - capacity of prisoners

उत्तर प्रदेश के मथुरा में जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है. क्योंकि ज्यादा कैदी होने की वजह से जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है.

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जिला कारागार में क्षमता से अधिक कैदी बंद है.
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Published : Jan 31, 2020, 7:37 PM IST

मथुरा: जनपद का जिला कारागार 36 एकड़ में बना हुआ है. जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है. इसीलिए जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है.

जिला कारागार में क्षमता से अधिक कैदी बंद है.
क्षमता से ज्यादा जेल में है कैदी जिला कारागार का निर्माण 1870 में कराया गया था. यहा जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा मुश्किल हो रहा है. वहीं वर्तमान में जिला कारागार में 1586 कैदी हैं. जबकि जिला कारागार में कैदियों की रखने की क्षमता 554 की है. इस मामले पर जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है. क्योंकि कई बार जेल के अंदर कैदी आपस में मारपीट और चाकूबाजी की घटना कर चुके हैं. इसे भी पढ़ें-मथुराः चाचा पर जायदाद हड़पने और जान से मारने की धमकी का आरोप

वर्तमान में जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी हैं. जिला कारागार में 554 कैदी रखने की व्यवस्था बनाई गई है, लेकिन वर्तमान में विभिन्न धाराओं में बंद 1586 कैदी बंद है. विदेशी कैदी भी इसी जेल में बंद है. क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है.
-शैलेंद्र मैत्रय, जेल अधीक्षक

मथुरा: जनपद का जिला कारागार 36 एकड़ में बना हुआ है. जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है. इसीलिए जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है.

जिला कारागार में क्षमता से अधिक कैदी बंद है.
क्षमता से ज्यादा जेल में है कैदी जिला कारागार का निर्माण 1870 में कराया गया था. यहा जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा मुश्किल हो रहा है. वहीं वर्तमान में जिला कारागार में 1586 कैदी हैं. जबकि जिला कारागार में कैदियों की रखने की क्षमता 554 की है. इस मामले पर जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है. क्योंकि कई बार जेल के अंदर कैदी आपस में मारपीट और चाकूबाजी की घटना कर चुके हैं. इसे भी पढ़ें-मथुराः चाचा पर जायदाद हड़पने और जान से मारने की धमकी का आरोप

वर्तमान में जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी हैं. जिला कारागार में 554 कैदी रखने की व्यवस्था बनाई गई है, लेकिन वर्तमान में विभिन्न धाराओं में बंद 1586 कैदी बंद है. विदेशी कैदी भी इसी जेल में बंद है. क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है.
-शैलेंद्र मैत्रय, जेल अधीक्षक

Intro:मथुरा।जनपद का जिला कारागार 36 एकड़ में बना हुआ है, जिला कारागार का निर्माण 18770 में कराया गया था जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है, वर्तमान में जिला कारागार में 1586 कैदी बंद है जबकि जिला कारागार में कैदियों की रखने की क्षमता 554 की है इस मामले पर जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर जानकारी दिया।


Body: जिला कारागार का निर्माण 1870 कराया गया था, जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन के लिए जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है। क्योंकि कई बार जेल के अंदर खूंखार कैदी आपस में मारपीट और चाकूबाजी की घटना कर चुके हैं, क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखा है।


Conclusion:जेल अधीक्षक शैलेंद्र मैत्रय ने बताया जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदी वर्तमान में बंद है, जिला कारागार में 554 कैदी रखने की व्यवस्था बनाई गई है लेकिन वर्तमान में विभिन्न धाराओं में बंद 1586 कैदी बंद है। विदेशी कैदी भी इसी जेल में बंद है जिनकी संख्या सात है, क्षमता से ज्यादा कैदी होने पर शासन को पत्र लिखकर जानकारी दी है।


वाइट शैलेंद्र मैत्रय जेल अधीक्षक



mathura reporter
praveen sharma
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